UP Crime: अधिक पैसे की चाहत में सिपाही की काली करतूत, तांत्रिक के कहने पर दे दी 10 साल के बच्चे बलि, ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा

अधिक पैसे की चाहत में सिपाही की काली करतूत, Soldier Sacrifice Child on Advice of Tantrik in Order to Earn More Money in Deoria

  •  
  • Publish Date - August 2, 2025 / 10:17 PM IST,
    Updated On - August 3, 2025 / 12:05 AM IST

UP Crime: Image Source- IBC24 File Photo

देवरियाः UP Crime :  21वीं सदी के इस युग में दुनिया चांद और अंतरिक्ष पर घर बनाने की तैयारी कर रही है तो दूसरी ओर भारत के अंदरुनी गांवों में अंधविश्वास अभी भी हावी है। ग्रामीण अंचलों में तांत्रिकों का जाल सा बिछा हुआ है। ये तांत्रिक झांसा देर पैसे ऐंठ लेते हैं। कई बार बात को बलि जैसे जघन्य अपराध तक आ जाती है। ऐसा ही एक मामला यूपी के देवरिया से सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपने साले के बेटे का अपहरण किया फिर तंत्र-मंत्र के लिए लिए उसकी बलि चढ़ा दी। वारदात को अंजाम देने के बाद शव को सरयू नदी में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

Read More : Jashpur News: शिक्षा विभाग के लापरवाह अफसरों पर बड़ा एक्शन, कलेक्टर ने दो जगहों के BEO को किया निलंबित, इस गलती पर हुई कार्रवाई 

UP Crime :  मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला जिले के भलुअनी थाना क्षेत्र के पटखौली गांव का है। योगेश कुमार गोंड का 9 साल का बेटा आरुष गोंड 16 अप्रैल की शाम अपने घर से बाहर निकला और गायब हो गया। काफी तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिला तो परिजनों ने अपहरण का केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने बच्चे की तलाश में जुट गई। पुलिस ने शक होने पर बच्चे के सगे फूफा गोंडा में सिपाही के पद पर तैनात इंद्रजीत गोंड को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो उसने पुलिस को घुमाता रहा लेकिन सख्ती पर टूट गया। उसने बताया कि उस पर भूत-प्रेत का साया आता है। इससे परेशान होकर वह मदनपुर थाना क्षेत्र के डुमरी के रहने वाले अपने मामा जयप्रकाश से मिला। वह झाड़-फूंक करता है। उसने झाड़-फूंक की और फिर बलि देने को कहा।

Read More : UP Viral Video: नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद दरोगा के घर घुसा पानी, सब इंस्पेक्टर निषाद ने इस अंदाज में किया मां गंगा का स्वागत, देखें आप भी

16 अप्रैल को इंद्रजीत के कहने पर उसके साढ़ू शंकर गोंड ने आरुष का अपहरण कर लिया। बच्चे को शंकर ने तीन दिन तक गोरखपुर के बड़हलगंज में किराये के एक मकान में रखा। इसके बाद 19 अप्रैल की रात सदर कोतवाली के पिपरा चंद्रभान में इंद्रजीत, जयप्रकाश, शंकर गोंड और एक अन्य शख्स ने मिलकर बच्चे की बलि दे दी। इसके बाद आरुष के शव को दफन किया और फिर शव निकालकर बरहज स्थित सरयू नदी में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।