बहराइच (उप्र) आठ जून (भाषा) बहराइच जिले के कतर्नियाघाट अभयारण्य क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमावर्ती ‘निषेध क्षेत्र’ पर कुछ गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) सदस्यों को हथियार सहित देखे जाने पर धर्मापुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी को निलंबित कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इसकी पुष्टि की।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) बी. शिवशंकर ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बीते दिनों कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के धर्मापुर वन क्षेत्र में 20-25 नेपाली नागरिक वन विभाग की अस्थाई चौकियों को आग के हवाले कर नेपाल भाग गये थे।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद वन क्षेत्राधिकारी मोबीन आरिफ को इलाके में गश्त करने, सतर्कता बरतने और सक्रियता बढ़ाने के आदेश दिए गये थे लेकिन विगत चार जून को इसी इलाके में ‘वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ के सदस्यों को हथियारों सहित गश्त करते देखा गया।
डीएफओ ने बताया कि संगठन के सदस्यों को जिस इलाके में जाने की अनुमति नहीं है वहां भी वे हथियारों के साथ भ्रमण करते रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘ संगठन के सदस्यों के पास जो हथियार थे वह भी हमारे विभाग के थे और उन्हें सख्ती से साथ ले जाने से मना किया गया था।’’
शिवशंकर ने बताया कि वन क्षेत्राधिकारी ने उन्हें गश्त करने और हथियार ले जाने से नहीं रोका उल्टा वह खुद भी उनके साथ गश्त करने लगे।
डीएफओ ने बताया कि वरिष्ठ सक्षम अधिकारी द्वारा भेजी गई आरंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार की ओर से शुक्रवार को वन क्षेत्राधिकारी मोबीन आरिफ को निलंबित कर मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है जिसमें यदि किसी अन्य वनकर्मी की संलिप्तता पाई गयी तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
भाषा सं आनन्द खारी
खारी