प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में लिया बड़ा फैसला, जानकर खुशी से झूम उठेंगे अन्नदाता

Khet Suraksha yojana : प्रदेश की योगी सरकार किसानों के हित में कई बड़े फैसले ले चुकी है और अब सरकार ने किसानों के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है।

प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में लिया बड़ा फैसला, जानकर खुशी से झूम उठेंगे अन्नदाता

CM khet suraksha yojana

Modified Date: July 30, 2023 / 01:54 pm IST
Published Date: July 30, 2023 1:54 pm IST

लखनऊ : CM Khet Suraksha yojana : प्रदेश की योगी सरकार किसानों के हित में कई बड़े फैसले ले चुकी है और अब सरकार ने किसानों के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश सरकार के इस कदम से किसान खुशी से झूम उठे है। दरअसल, आवारा-छुट्टा जानवरों से परेशान उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए प्रदेश सरकार अब ‘खेत सुरक्षा योजना’ ला रही है। इस योजना के तहत खेतों की मेड़ पर सोलर फेंसिंग (सौर बाड़) लगाई जाएगी। राज्य सरकार इस योजना को पायलट या प्रायोगिक आधार पर इस साल रबी की फसल के समय लागू करने की तैयारी कर रही है। उत्तर प्रदेश में किसानों की फसलों को आवारा पशुओं से होने वाला नुकसान 2022 के विधानसभा चुनाव के समय एक बड़ा चुनावी मुद्दा था।

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी की मन की बात का 103 वां एपिसोड, देशवासियों से इन मुद्दों पर की चर्चा 

पशु और किसानों की फसलें दोनों रहेंगे सुरक्षित

इस योजना की खासियत यह है कि इसमें छुट्टा पशु और किसानों की फसलें दोनों ही सुरक्षित रहेंगे। ‘सोलर फेंसिंग’ बिना नुकसान पहुंचाए जानवरों को खेतों से दूर रखती है। 12 वोल्ट का करंट पशु और मानव दोनों के लिए नुकसानदायक नहीं है। इसका झटका लगने से पशु पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ेगा और वह खेत की तरफ नहीं आएगा। इसके अलावा पशु द्वारा बाड़ को छूते ही सायरन बजेगा।

 ⁠

आवारा पशुओं से परेशान हिअ किसान

CM Khet Suraksha yojana : उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आवारा पशुओं विशेषकर नीलगाय से प्रदेश के किसान बहुत परेशान हैं। यह किसानों की फसल को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। आवारा पशुओं से किसानों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ‘मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा’ योजना ला रही है।’’ नीलगाय एक बड़ा और शक्तिशाली जानवर है। कद में नर नीलगाय घोड़े जितना होता है. यह फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं।

यह भी पढ़ें : लड़कियों का अंडरगारमेंट पहनकर मैदान में उतरते हैं पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम! सामने आया वीडियो

जल्द लागू होगी योजना

चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश के किसान बड़े पैमाने पर इस तरह की योजना से लाभान्वित हो रहे हैं क्योंकि वहां यह योजना लागू है। इन राज्यों में चल रही इस योजना का अध्ययन करने के लिए अधिकारियों का एक दल सितंबर माह के पहले सप्ताह इन राज्यों का दौरा करेगा। हमारा प्रयास है कि प्रायोगिक आधार पर इस परियोजना को उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में हम रबी की फसल के दौरान लागू कर दें।’’ रबी की फसलें अक्टूबर और दिसंबर के बीच बोई जाती हैं और अप्रैल और मई के महीने में काटी जाती हैं।

छुट्टा पशुओं की समस्या से प्रभावित है किसान

CM Khet Suraksha yojana : कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, छुट्टा पशुओं की समस्या से किसान बुरी तरह प्रभावित हैं। सरकार इन पर अंकुश लगाने के तमाम उपाय कर रही है लेकिन अभी तक सारे उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आवारा जानवरों से फसलों को बचाने के लिए किसानों ने खेतों के इर्द-गिर्द कंटीले तार लगाने शुरू किए, तो सरकार ने इस पर रोक लगा दी। सरकार का कहना था कि इससे जानवर विशेषकर गोवंश घायल हो रहे हैं, लेकिन किसान अब भी चोरी-छिपे तार लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि वे आखिर क्या करें।

यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में घट रही बाघों की संख्या, 19 से घटकर हुई 17, सीएम भूपेश ने कही ये बात

योजना पर काम कर रही सरकार

अपर मुख्य सचिव चतुर्वेदी ने बताया कि अब सरकार इस समस्या से निजात के लिए मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना (सोलर फेंसिंग) पर काम कर रही है। कृषि विभाग ने इसका पूरा प्रस्ताव तैयार कर लिया है और इसे जल्द ही मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग का प्रयास होगा कि इस योजना का लाभ किसान समूह में प्राप्त करें क्योंकि एक किसान को बाड़ लगाने, खंभा लगाने आदि में ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा लेकिन अगर कई किसान जिनके खेत आसपास हो, उन सभी के खेतों को एक क्लस्टर के रूप में सौर बाड़ लगाई जाए तो इससे कम लागत आएगी।

खेत के चारो ओर लगाई जाएगी सोलर फेंसिंग

CM Khet Suraksha yojana : कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना किसान के खेत की फसल को पशुओं से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की योजना है। इसके तहत लगाई जाने वाली सोलर फेंसिंग की बाड़ में मात्र 12 वोल्ट का करंट प्रवाहित होगा। इससे सिर्फ पशुओं को झटका लगेगा, कोई क्षति नहीं होगी। हल्के करंट के साथ सायरन की आवाज भी होगी। इससे छुट्टा या जंगली जानवर मसलन नीलगाय, बंदर, सुअर आदि खेत में खड़ी फसल को क्षति नहीं पहुंचा सकेंगे। इसके लिए सरकार लघु-सीमांत किसानों को प्रति हेक्टेयर लागत का 60 प्रतिशत या 1.43 लाख रुपये का अनुदान भी देगी।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें


लेखक के बारे में

I am a content writer at IBC24 and I have learned a lot here so far and I am learning many more things too. More than 3 years have passed since I started working here. My experience here has been very good.