लखनऊ, 19 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का लेखा-जोखा संबंधी पुस्तिका का विमोचन किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूबे की अर्थव्यवस्था में हुए सुधारों को लेकर टिप्पणी की है।
मोदी ने कहा है, ‘आज उत्तर प्रदेश पूरे देश का नेतृत्व कर रहा है, इसके पीछे साढ़े चार वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह परिश्रम है, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर लाने के लिए दिन-रात मेहनत की और वह ‘रिफॉर्म के जरिए परफॉर्म करते हुए उत्तर प्रदेश को ट्रांसफ़ॉर्म’ करने के अपने मिशन में सफल रहे।’
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर रविवार को लोकभवन में योगी ने सरकार की उपलब्धियों को दर्शाती 50 पृष्ठ की एक पुस्तिका और 16 पृष्ठ के फोल्डर का विमोचन किया।
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पुस्तिका में एक अन्य संदेश में मोदी ने कहा ”गत साढे चार वर्षों में राष्ट्रीय पटल पर एक नया, सक्षम और समर्थ उत्तर प्रदेश उभरकर सामने आया है। कभी देश में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था का दंश झेलने वाला उत्तर प्रदेश आज लगातार प्रयासों से दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है।”
इसी पुस्तिका में प्रधानमंत्री के प्रति योगी ने एक संदेश लिखा है ”आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में भारत वर्ष में 75 करोड़ से अधिक टीकाकरण हो चुका है। यह आत्मनिर्भर भारत के सामर्थ्य की एक झांकी है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि सशक्त नेतृत्व के महत्व को प्रकट करती है, निश्चित ही कोरोना हारेगा-भारत जीतेगा।”
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पुस्तिका के प्रारंभ में ‘उत्तर प्रदेश को शून्य से शिखर तक ले जाने की गाथा’ शीर्षक से राज्य सरकार के 54 महीनों के कार्यकाल की चर्चा की गई है। इसके बाद भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं में उत्तर प्रदेश की प्रगति, देश में अग्रणी योजनाओं का ब्यौरा, माफिया पर केंद्रित कानून-व्यवस्था की उपलब्धियों समेत बिंदुवार अलग-अलग उपलब्धियां गिनाई गई हैं।
सरकार की उपलब्धियों से संबंधित जिस पुस्तिका का मुख्यमंत्री ने विमोचन किया, उसमें लिखा गया है, ‘‘प्रदेश सरकार ने दूरदर्शी योजनाएं तैयार कर उन्हें धरातल पर उतारा। इससे उत्तर प्रदेश कुचक्रों के जाल से उबरकर विकास की ओर अग्रसर हो गया। फलस्वरूप बीते 54 माह में राज्य के माथे से बीमारू राज्य का धब्बा हट गया और समृद्धिशीलता का टीका लग गया है। इस पुस्तिका में आंकड़ों के जरिए सरकार ने उप्र की ताजा अर्थव्यवस्था की तस्वीर सामने रखी हैं।’’