पाकिस्तान में रातोंरात गिराया गया 150 साल पुराना मंदिर, हिंदू समुदाय के लोगों में दहशत का माहौल, सामने आई ये बड़ी वजह

150 years old temple demolished in Pakistan: कराची में 150 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को पुराना और खतरनाक ढांचा बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया।

  •  
  • Publish Date - July 16, 2023 / 06:48 PM IST,
    Updated On - July 16, 2023 / 08:04 PM IST

150 years old temple demolished in Pakistan : कराची। पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में करीब 150 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को पुराना और खतरनाक ढांचा बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया। मंदिर ध्वस्त किये जाने के बाद इलाके में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग दहशत में हैं। कराची के सोल्जर बाजार में स्थित मारी माता मंदिर को शुक्रवार देर रात भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर की मदद से ढहा दिया गया। क्षेत्र में हिंदू मंदिरों की देखभाल करने वाले रामनाथ मिश्रा महाराज ने कहा उन्होंने (अधिकारियों ने) देर रात मंदिर को गिरा दिया और हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि ऐसा होने वाला है।

read more : Rajasthan Rain Alert : प्रदेश में लगातार हो रही बारिश…! 15 जिलों में तेज बारिश की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट 

150 years old temple demolished in Pakistan : रामनाथ मिश्रा ने कहा कि अधिकारियों ने मंदिर के बाहरी दीवारों और मुख्य द्वार को बरकरार रखा, लेकिन उन्होंने अंदर की पूरी संरचना को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर करीब 150 साल पहले बनाया गया था और कहा जाता था कि मंदिर के प्रांगण में खजाना दबा हुआ था। मंदिर 400 से 500 वर्ग गज क्षेत्र में बना था और वर्षों से मंदिर की भूमि को हड़पने का प्रयास किया जा रहा था। स्थानीय थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि इसे अधिकारियों द्वारा खतरनाक संरचना घोषित किया गया था। मंदिर कराची के मद्रासी हिंदू समुदाय द्वारा संचालित था और वे लोग इस बात से सहमत थे कि संरचना बहुत पुरानी और खतरनाक थी।

read more : Kaka Meat Creators: सीएम बघेल ने देवराज पटेल को नम आँखों से किया याद, सुनकर आपका भी भर आएगा गला..

150 years old temple demolished in Pakistan

अधिकारी ने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने भारी मन से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को एक छोटे कमरे में स्थानांतरित कर दिया। हिंदू समुदाय के स्थानीय नेता रमेश ने कहा कि मंदिर प्रबंधन पिछले कुछ समय से परिसर खाली करने के दबाव में था, क्योंकि मंदिर के जमीन को जाली दस्तावेजों के आधार पर एक ‘डेवलपर’ को बेच दिया गया था। ‘डेवलपर’ मंदिर जमीन पर एक व्यावसायिक इमारत बनाना चाहता है। हिंदू समुदाय ने पाकिस्तान-हिंदू परिषद, सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह और सिंध पुलिस के महानिरीक्षक से तत्काल मामले का संज्ञान लेने की अपील की है।

 

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें