नियामी (नाइजर), 29 जुलाई (एपी) अफ्रीकी यूनियन ने नाइजर के सैन्य नेताओं के समूह (जुंटा) को देश की लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को बहाल करने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस बीच, विद्रोह करने वाले नेताओं ने वरिष्ठ नौकरशाहों से मुलाकात कर देश चलाने के तरीके पर चर्चा की। इसके अलावा अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने सैन्य शासन पर पाबंदियां लगाने की चेतावनी दी है।
राष्ट्रपति मोहम्मद बजूम को अपदस्थ करने वाले सैनिकों में शामिल ब्रिगेडियर मोहम्मद टोउम्बा ने बुधवार को सरकारी टीवी पर कहा कि जुंटा ने शुक्रवार को नौकरशाहों से मुलाकात की और संविधान के निलंबन के बाद भी पहले की तरह काम करने का निर्देश दिया।
ब्रिगेडियर जनरल टोउम्बा ने जनरल अब्दुल रहमान टिचइनी के नेतृत्व वाले सैन्य शासन की मंशा का संकेत देते हुए कहा, “कामकाज नहीं रोकने का संदेश दिया गया है। जो कुछ भी करना होगा वह किया जाएगा।”
अफ्रीकी यूनियन शांति एवं सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को हुई अपनी बैठक के बाद कहा कि वह तख्तापलट के ‘खतरनाक पुनरुत्थान’ से चिंतित है, जिससे अफ्रीकी महाद्वीप में लोकतंत्र और स्थिरता कमजोर हो रही है।
परिषद ने सैनिकों से कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा 15 दिन के अंदर तत्काल और बिना किसी शर्त के अपने बैरकों में चले जाएं और संवैधानिक व्यवस्था बहाल करें।
एपी जोहेब सुरेश
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