सियोल, 10 अप्रैल (एपी) दक्षिण कोरिया में विपक्ष के नेता ली जे-म्यूंग ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की और आर्थिक विकास के माध्यम से राष्ट्र के उत्थान का प्रण लिया।
पूर्व राष्ट्रपति यून सुक येओल को पद से हटाए जाने संबंधी न्यायालय के निर्णय के बाद से ही ली जे-म्यूंग को अगले राष्ट्रपति उपचुनाव में सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। ली 2022 के हुए चुनाव में यून से मामूली अंतर से पीछे रह गए थे। ली ने ही यून को हटाने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के अभियान का नेतृत्व किया था।
दरअसल पूर्व राष्ट्रपति यून ने देश में अचानक मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा करके देश को हैरत में डाल दिया था। हालांकि मार्शल लॉ ज्यादा वक्त नहीं रहा लेकिन देश भर में यून के प्रति असंतोष फैल गया और उन्हें महाभियोग का सामना करना पड़ा और अंतत: देश की न्यायालय ने उन्हें पद से हटाए जाने का हाल में फैसला सुनाया।
ली ने तीन जून को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पार्टी के अध्यक्ष पद से हाल में इस्तीफा दे दिया था। वहीं ग्योंगगी प्रांत के गवर्नर और आर्थिक नीति निर्माता किम डोंग-योन ने भी बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि वह भी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ना चाहते हैं।
एक वीडियो संदेश में ली ने कहा कि यून के मार्शल लॉ प्रकरण ने देश के गहरे विभाजन और सामाजिक संघर्षों को उजागर किया है । उन्होंने तर्क दिया कि इसका मूल कारण अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई है। उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और आय ध्रुवीकरण को कम करने के लिए कदम उठाने का वादा किया है।
ली ने कहा कि अमेरिका के साथ मजबूत गठबंधन बनाए रखना और जापान के साथ त्रिपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘प्रत्येक निर्णय’ में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय हित को पहले स्थान पर रखा जाना चाहिए।
एपी शोभना मनीषा
मनीषा