Balochistan Warning to Trump: छोटे से देश ने ट्रंप की उम्मीदों पर फेर दिया पानी! भारत के साथ है अच्छी दोस्ती, कहा- यह क्षेत्र बिकाऊ नहीं…पाकिस्तान ने आपको गुमराह किया

Balochistan Warning to Trump: छोटे से देश ने ट्रंप की उम्मीदों पर फेर दिया पानी! भारत के साथ है अच्छी दोस्ती, कहा- यह क्षेत्र बिकाऊ नहीं...पाकिस्तान ने आपको गुमराह किया

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  • Publish Date - August 3, 2025 / 10:33 AM IST,
    Updated On - August 3, 2025 / 10:33 AM IST

Balochistan Warning to Trump: छोटे से देश ने ट्रंप की उम्मीदों पर फेर दिया पानी! Image Source: X

HIGHLIGHTS
  • ट्रंप का पाकिस्तान-बांग्लादेश से तेल समझौता
  • बलोच नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया
  • चेतावनी – संसाधनों का दोहन बर्दाश्त नहीं

नई दिल्ली: Balochistan Warning to Trump दुनिया के कई देशों पर टैरिफ अटैक करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों के साथ दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया है, जिसमें भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश का भी नाम शामिल है। ट्रंप ने दोनों देशों के साथ मिलकर वहां तेल और खनिज भंडारों को डेवलप करने का करार किया है। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप की उम्मीदों पर छोटे से देश ने पानी फेर दिया है। जी हां बलूचिस्तान के नेताओं ने पाकिस्तान के साथ-साथ अमेरिका की भी टेंशन बढ़ा दी है।

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Balochistan Warning to Trump दरअसल ट्रंप की ओर से भारत पर बनाए जा रहे दबाव के बीच बलूचिस्तान ने साफ कह दिया है कि पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने आपको गुमराह किया है। जिस क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधन को आप इस्तेमाल करने की बात कह रहे हैं वो पाकिस्तान में नहीं बल्कि बलूचिस्तान में है और बलूच एक स्वतंत्र राष्ट्र है। मीर यार ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि यह क्षेत्र बिकाऊ नहीं है और यहां पर पाकिस्तान, चीन या किसी अन्य देश द्वारा हमारे संसाधनों के दोहन को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर ट्रंप को लिखे एक खुले खत में मीर यार ने असीम मुनीर पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्रंप को संबोधित करते हुए लिखा, “इस क्षेत्र के विशाल तेल और खनिज भंडारों को लेकर आपको (ट्रंप को) पूरी तरह से गुमराह किया गया है। मैं आपको और आपके प्रशासन को यह सूचित कर देना चाहता हूं कि पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व और जनरल असीम मुनीर ने आपको यहां के भूगोल के बारे में जो जानकारी दी है, वह पूरी तरह से गलत है। आपको गुमराह किया जा रहा है।”

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मीर यार ने पाकिस्तान के सैन्य प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से भरा यह क्षेत्र पाकिस्तान की असली जमीन यानी पंजाब में नहीं आता है। बल्कि बलूचिस्तान गणराज्य का हिस्सा है, जो कि पाकिस्तान के कब्जे में है। उन्होंने लिखा, “तेल, प्राकृतिक गैस, तांबा, लिथियम, यूरेनियम और दुर्लभ मृदा खनिजों के ये भंडार पंजाब का हिस्सा नहीं है। यह बलूचिस्तान का हिस्सा हैं, जो एक ऐतिहासिक रूप से संप्रभु राष्ट्र है और वर्तमान में पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है। यह दावा कि ये संसाधन पाकिस्तान के हैं, न केवल झूठा है, बल्कि यह राजनीतिक और वित्तीय लाभ के लिए बलूचिस्तान की संपत्ति का दुरुपयोग करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है।”

आपको बता दें मीर यार बलोच की तरफ से ट्रंप के नाम यह खत ऐसे समय में सामने आया है, जब ट्रंप ने भारत पर दवाब बनाने की रणनीति के चलते पाकिस्तान के साथ तेल को लेकर व्यापारिक समझौता किया है। ट्रंप का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर उसके क्षेत्र में तेल की खोज करेंगे। दोनों देशों की खोज का मुख्य क्षेत्र बलूचिस्तान वाला जमीनी हिस्सा और समुद्री सीमा में ही होगा। ऐसे में बलूच नेताओं की चिंता जायज है। बलूच नेताओं की चेतावनी को हल्के में इसलिए भी नहीं लिया जा सकता क्योंकि इस क्षेत्र में चीन की मौजूदगी का वह बहुत लंबे समय से मुकाबला कर रहे हैं। इस मुकाबले में चीन और पाकिस्तान दोनों के काफी संसाधन खर्च हुए हैं और लोगों की जान गई है।

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बलूचिस्तान ने ट्रंप को क्या संदेश दिया?

बलूच नेता मीर यार ने ट्रंप को खुला पत्र लिखकर कहा कि उन्हें पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व ने गुमराह किया है। वह क्षेत्र पाकिस्तान का नहीं, बलूचिस्तान का है जो ऐतिहासिक रूप से एक संप्रभु राष्ट्र रहा है।

ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ किस तरह का समझौता किया है?

डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ मिलकर तेल और खनिज संसाधनों को विकसित करने का व्यापारिक समझौता किया है, जिसमें बलूचिस्तान भी शामिल बताया गया है।

बलूच नेताओं को इस समझौते से क्या आपत्ति है?

बलूच नेताओं का कहना है कि जिन खनिज और तेल क्षेत्रों की बात ट्रंप कर रहे हैं, वे उनके क्षेत्र बलूचिस्तान में आते हैं, न कि पाकिस्तान में। बलूचिस्तान किसी को भी अपने संसाधन दोहन की अनुमति नहीं देगा।

क्या बलूचिस्तान स्वतंत्र राष्ट्र है?

बलूच नेताओं के अनुसार बलूचिस्तान एक ऐतिहासिक रूप से संप्रभु राष्ट्र है, जो वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे में है। वे इसे एक स्वतंत्र पहचान मानते हैं।

क्या इस मुद्दे का भारत से कोई संबंध है?

यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब ट्रंप भारत पर तेल को लेकर दबाव बनाने की रणनीति में जुटे हैं। बलूच नेताओं के खुलासे से ट्रंप की रणनीति और पाकिस्तान के दावे दोनों पर सवाल खड़े हो गए हैं।