(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 16 नवंबर (भाषा) नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री और नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के अध्यक्ष के. पी. शर्मा ओली ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी प्रतिनिधि सभा की बहाली के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से देश भर में प्रदर्शन जारी रखेगी।
‘जेन-जेड’ आंदोलन द्वारा ओली के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद, संसद के निचले सदन को भंग कर दिया गया था।
भक्तपुर जिले के गुंडू स्थित अपने निवास पर पत्रकारों के साथ बातचीत में ओली ने कहा कि विरोध प्रदर्शन कम होने के बजाय और तेज़ होंगे।
ओली ने कहा, ‘‘हमने सार्वजनिक प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। ये रुकेंगे नहीं बल्कि और मज़बूत ही होंगे।’’
उन्होंने सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की प्रतिनिधियों और संविधान के प्रति जवाबदेही की कथित कमी को लेकर आलोचना की तथा इसे ‘‘असंवैधानिक’’ करार दिया।
ओली ने कहा, ‘‘यह सरकार किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है और न ही इसे कोई मान्यता देता है। इसे हटाया जाना चाहिए।’’
सीपीएन-यूएमएल प्रतिनिधि सभा की बहाली की मांग को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रही है।
ओली ने कहा कि पार्टी प्रतिनिधि सभा बहाल होने तक प्रदर्शन जारी रखेगी। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान ‘‘असंवैधानिक सरकार’’ को चुनाव कराने का कोई अधिकार नहीं है।
सीपीएन-यूएमएल को छोड़कर, नेपाली कांग्रेस, पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व वाली नवगठित नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी सहित अन्य सभी दलों ने कहा है कि वे पांच मार्च को होने वाले आम चुनाव में भाग लेंगे।
भाषा सुभाष नेत्रपाल
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