इंडोनेशिया में क्षतिग्रस्त सड़कों और बारिश के कारण बचाव कार्यों में आ रहीं मुश्किलें

इंडोनेशिया में क्षतिग्रस्त सड़कों और बारिश के कारण बचाव कार्यों में आ रहीं मुश्किलें

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  • Publish Date - November 28, 2025 / 01:29 PM IST,
    Updated On - November 28, 2025 / 01:29 PM IST

पडांग (इंडोनेशिया), 28 नवंबर (एपी) इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के कारण 79 लोगों की मौत के बाद बचाव कार्यों में जुटे कर्मियों को क्षतिग्रस्त पुलों व सड़कों और भारी उपकरणों के अभाव की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी ने कहा कि इस नुकसान का कारण बना ऊष्णकटिबंधीय चक्रवात अगले कुछ दिन और देश पर कहर बरपा सकता है।

राष्ट्रीय आपदा एजेंसी ने बताया कि मानसूनी बारिश के कारण मंगलवार को उत्तरी सुमात्रा प्रांत में नदियों का पानी तटों को तोड़कर फैल गया। सैलाब की वजह से कई गांव तबाह हो गए, 3200 से अधिक मकान व इमारतें जलमग्न हो गए।

एजेंसी ने बताया कि लगभग 3,000 विस्थापित परिवारों को सरकारी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया है।

अधिकारियों को बह चुकीं सड़कों पर उत्खनन मशीनों और अन्य भारी उपकरणों को लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मूसलाधार बारिश के कारण आचे प्रांत के पहाड़ी गांवों पर मलबा और चट्टानें गिर गईं।

मौसम एजेंसी में विमानन मौसम विज्ञान मामलों के निदेशक अचादी सुबरका राहरजो ने कहा कि ये घटनाएं मलक्का जलडमरूमध्य में बने उष्णकटिबंधीय चक्रवात सेन्यार के कारण हुई हैं।

सेन्यार के कारण आचे, उत्तरी सुमात्रा, पश्चिमी सुमात्रा, रियाउ और आसपास के इलाकों में बारिश, तेज हवाओं और ऊंची लहरों ने जोर पकड़ लिया, लेकिन फिर चक्रवात धीरे-धीरे कमजोर हो गया।

एपी जोहेब नरेश

नरेश