Donlad Trump On India. Image Source-IBC24 archive
नई दिल्लीः Donlad Trump On India अमेरिका की सत्ता में आने से पहले डोनाल्ड ट्रंप को लेकर भारतीय लोग अपना सकारात्मक भाव रख रहे थे। ट्रंप की जीत के लिए भारत में कई जगहों पर हवन और पूजा की गई थी, लेकिन जबसे ट्रंप व्हाइट हाउस पहुंचे हैं, सिर्फ भारत के खिलाफ ही काम कर रहे हैं. इस बीच अब उन्होंने एक बार फिर गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनी को कहा है कि वे भारत जैसे देशों में जाकर विदेशी हायरिंग को बंद कर दें। अपनी फैक्ट्रीज चीन में बनाने या भारतीयों को हायर करने की बजाय अमेरिका में ही नौकरियां देनी चाहिए। यह पहला मौका नहीं है, जब ट्रंप ने इस तरह का बयान दिया हो, इससे पहले भी उन्होंने भारत के खिलाफ बयान दिया है।
Donlad Trump On India दरअसल, वाशिंगटन में AI समिट में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियां विदेशों में हायरिंग बंद करें, खासकर भारत जैसे देशों में। ट्रंप ने यह भी कहा कि ये कंपनियां अमेरिकी आजादी का फायदा उठाकर पैसा तो यहां कमाती हैं, लेकिन निवेश और रोजगार कहीं और देती हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा हमारी बड़ी टेक कंपनियों ने अमेरिका की स्वतंत्रता से फायदा उठाया, लेकिन फैक्ट्रियां चीन में बनाईं, काम भारतीयों को दिया और मुनाफा आयरलैंड में छुपाया। अब ऐसा नहीं चलेगा।
ट्रंप ने टेक इंडस्ट्री की ‘ग्लोबलिस्ट मानसिकता’ की आलोचना की। कहा कि इस रवैये से कई अमेरिकी खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने दावा किया कि कुछ टॉप टेक कंपनियों ने अमेरिकी स्वतंत्रता का इस्तेमाल करके मुनाफा कमाया है। लेकिन, देश के बाहर भारी निवेश किया है। डोनाल्ड ट्रंप ने तीन नए एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर भी हस्ताक्षर किए हैं। इसका मकसद अमेरिका में एआई डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है। साथ ही एआई टूल्स को राजनीतिक रूप से तटस्थ बनाना है। डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिकी टेक कंपनियों को विदेश में, खासकर भारत में, नौकरियां न देने का फरमान कई तरह से महत्वपूर्ण है। यह ‘अमेरिका फर्स्ट’ की उनकी नीति का विस्तार है। इसका सीधा असर भारत के आईटी क्षेत्र और पेशेवरों पर पड़ सकता है।