फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी ने जेल में अपने अनुभव साझा किए

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी ने जेल में अपने अनुभव साझा किए

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  • Publish Date - December 10, 2025 / 01:53 PM IST,
    Updated On - December 10, 2025 / 01:53 PM IST

पेरिस, 10 दिसंबर (एपी) फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने अपनी एक किताब में उस जेल का वर्णन किया है, जहां उन्होंने 20 दिन बिताए थे।

सरकोजी ने जेल को शोरगुल वाली जगह, कठोर और अमानवीय हिंसा से भरी दुनिया बताया है।

सरकोजी की इस पुस्तक का बुधवार को विमोचन किया गया जिसमें इस बारे में राजनीतिक सलाह भी दी गई है कि उनकी कंजर्वेटिव पार्टी को धुर दक्षिणपंथी मतदाताओं को कैसे आकर्षित करना चाहिए।

‘डायरी ऑफ ए प्रिजनर’ नामक इस पुस्तक में 70 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि अपराध के प्रति उनके अपने सख्त रुख ने एक नया रूप ले लिया है। सरकोजी को 2007 के अपने विजयी चुनावी अभियान को लीबिया से प्राप्त धन से वित्तपोषित करने के मामले में आपराधिक साजिश का दोषी पाया गया था।

अदालत ने सितंबर में सरकोजी को पांच साल की जेल की सजा सुनाई, जिसके खिलाफ उन्होंने अपील की। करीब ​​20 दिन जेल में बिताने के बाद उन्हें न्यायिक निगरानी में रिहा कर दिया गया।

यह पुस्तक पेरिस की ला सैंटे जेल के अंदर की दुर्लभ झलक पेश करती है, जहां सरकोजी को एकांत कारावास में रखा गया था और सुरक्षा कारणों से उन्हें अन्य कैदियों से सख्ती से अलग रखा गया था।

उनकी एकांतता केवल उनकी पत्नी कार्ला ब्रूनी-सरकोजी और उनके वकीलों की नियमित मुलाकातों से ही टूटती थी।

सरकोजी ने लिखा कि उनकी कोठरी ‘‘एक सस्ते होटल जैसी दिखती थी, सिवाय बख्तरबंद दरवाजे और सलाखों के’’, जिसमें एक सख्त गद्दा, प्लास्टिक जैसा तकिया और एक ऐसा शॉवर था जिससे केवल पानी की पतली धार निकलती थी।

उन्होंने जेल के शोर का वर्णन किया, जिसमें से अधिकांश शोर रात के समय होता था।

सरकोजी ने जेल के माहौल को भयावह बताते हुए उसे नरक करार दिया।

सरकोजी का कहना है कि उन्हें जेल में रहने के दौरान घटी कई हिंसक घटनाओं की जानकारी मिली।

जेल में बिताए गए समय का वर्णन करने के अलावा, सरकोजी ने इस पुस्तक का उपयोग अपनी कंजर्वेटिव रिपब्लिकन पार्टी के लिए रणनीतिक राजनीतिक सलाह देने के लिए किया। सरकोजी ने पुस्तक में खुलासा किया कि उन्होंने जेल से फोन पर धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन से बात की थी, जो कभी उनकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी थीं।

एपी रवि कांत गोला

गोला