न्यूयॉर्क, 26 सितंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि इस साल जी20 की अध्यक्षता के दौरान, भारत उत्तर-दक्षिण विभाजन और पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण को पाटने में सफल रहा और दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों को मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने तथा उनके हल के लिए प्रतिबद्ध होने को प्रोत्साहित किया गया।
उन्होंने नयी दिल्ली के भारत मंडपम में ‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट’ कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। जयशंकर 78वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए अभी न्यूयॉर्क में हैं।
जयशंकर ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान शिखर सम्मेलन में कठिन मुद्दों पर बात हुई और सामूहिक कार्रवाई पर जोर दिया गया।
विदेश मंत्री ने जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के सफल परिणामों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जब हम कहते हैं, एक विश्व, एक कुटुम्ब, एक भविष्य, तो दुनिया हम पर विश्वास करती है। आज, भारत को एक समाधान प्रदाता के रूप में देखा जाता है, जो विभाजन की खाई को पाटता है।’’
जयशंकर ने कहा, ‘‘हम उत्तर-दक्षिण विभाजन और पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण को पाटने और दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों को आज मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने और उनका हल करने के लिए प्रोत्साहित करने में सफल रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि भारत की जी20 अध्यक्षता में कठिन मुद्दों पर बातचीत हुई और सामूहिक कार्रवाई पर जोर दिया गया।’’
भाषा शफीक अविनाश
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