लियॉन (फ्रांस)। इंटरपोल प्रेसीडेंट मेंग होंगवेई को चीन में हिरासत में लिए जाने की खबरों के बीच इंटरपोल ने चीन सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। कहा जा रहा है कि होंगवेई के खिलाफ जांच के सिलसिले में उन्हें पूछताछ के लिए चीन हिरासत में लिया गया है। चीन पहुंचने के बाद उनके लापता होने की खबर आई थी। 64 वर्षीय मेंग ऐसे पहले चीनी नागरिक हैं, जो इंटपोल के प्रेसीडेंट बने हैं।
इंटरपोल के सेक्रटरी जनरल जर्जेन स्टॉक ने एक बयान में कहा है, ‘इंटरपोल ने आधिकारिक कानून प्रवर्तन चैनलों के माध्यम से चीनी प्रशासन से प्रेजिडेंट मेंग होंगवेई की स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया है।‘ उन्होंने कहा कि वे इस मामले में चीन की ओर सेर आधिकारिक जवाब की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि चिंताएं दूर हो सकें।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में पहले और दूसरे चरणों में इन सीटों पर होगी वोटिंग.. देखिए एक नजर
बता दें कि हॉन्ग कॉन्ग से प्रकाशित एक अखबार ने अपनेसूत्र के हवाले से खबर दी है कि पिछले सप्ताह चीन पहुंचने पर मेंग को ‘अनुशासन अधिकारी’ पूछताछ के लिए ले गए। हालांकि यह जानकारी नहीं है कि उनके खिलाफ जांच क्यों चल रही है और उन्हें कहां रखा गया है। ये भी गौरतलब है कि मेंग चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के उप मंत्री भी हैं।
फ्रांसीसी पुलिस को उनके लापता होने की जानकारी मेंग की पत्नी ने दी थी। फ्रांस की पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि मेंग को तलाशने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। मेंग को आखिरी बार 29 सितंबर को फ्रांस में देखा गया था। हालांकि इस पूरे मामले पर चीन के किसी भी मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी सामने नहीं आई है। ये भी बता दें कि इंटरपोल प्रमुख के तौर पर मेंग की नियुक्ति 2016 में की गई थी। उनका कार्यकाल 2020 तक है। इंटरपोल विभिन्न देशों की पुलिस के बीच सहयोग के लिए दुनिया की सबसे बड़ी एजेंसी है। दुनिया के 192 देश इसके सदस्य हैं।
वेब डेस्क, IBC24