यूक्रेन में निशाना बनाए गए चिकित्सा केंद्रों में एक प्रसूति अस्पताल भी शामिल : डब्ल्यूएचओ

यूक्रेन में निशाना बनाए गए चिकित्सा केंद्रों में एक प्रसूति अस्पताल भी शामिल : डब्ल्यूएचओ

यूक्रेन में निशाना बनाए गए चिकित्सा केंद्रों में एक प्रसूति अस्पताल भी शामिल : डब्ल्यूएचओ
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 pm IST
Published Date: March 10, 2022 12:54 pm IST

मारियुपोल (यूक्रेन), 10 मार्च (एपी) यूक्रेन के मारियुपोल में रूसी बलों द्वारा एक प्रसूति अस्पताल पर किए गए हवाई हमलों में कुछ गर्भवती महिलाएं घायल हो गईं, जबकि कई बच्चे मलबे में दब गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि रूसी बलों ने राजधानी कीव के पश्चिम में स्थित झितोमिर शहर में भी दो अस्पतालों को निशाना बनाया।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, यूक्रेन में लगभग दो हफ्ते पहले रूस का विशेष सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से चिकित्सा केंद्रों पर कम से कम 18 हमलों की पुष्टि हो चुकी है।

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यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि मारियुपोल में रूस द्वारा प्रसूति अस्पताल पर किए गए हवाई हमलों में कम से कम 17 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि हमले इतने भीषण थे कि एक मील की दूरी तक की जमीन कांप उठी, जबकि अस्पताल की एक इमारत का अगला हिस्सा ढह गया और खिड़कियों में लगे शीशे भी चटक गए।

अधिकारियों के मुताबिक, हमले के बाद पुलिस और सेना के जवान पीड़ितों की मदद के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। उन्हें खून से लथपथ एक गर्भवती महिला को स्ट्रेचर के जरिये जलते वाहनों के बीच से एंबुलेंस की तरफ ले जाते देखा गया।

अस्पताल के मलबे के बीच खड़े यूक्रेन के शीर्ष क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी वोलोदिमीर निकुलिन ने कहा, “आज रूस ने एक जघन्य अपराध किया है। यह एक युद्ध अपराध है, जिसे किसी भी कीमत पर जायज नहीं ठहराया जा सकता है।”

वहीं, झितोमिर के मेयर ने फेसबुक पर जारी एक पोस्ट में कहा कि रूसी बलों ने शहर के दो अस्पतालों को निशाना बनाया है, जिनमें से एक बच्चों का अस्पताल है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इन हमलों में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि मारियुपोल में प्रसूति अस्पताल पर हुए हवाई हमलों के चलते कई बच्चे एवं अन्य लोग मलबे के नीचे दब गए।

टीवी पर दिए एक संबोधन में जेलेंस्की ने कहा, “एक बाल अस्पताल। एक प्रसूति अस्पताल। ये रूसी संघ के लिए किस रूप में खतरा थे?”

उन्होंने कहा, “रूस किस तरह का देश है? वह चिकित्सा केंद्रों से डरता है, प्रसूति अस्पताल से डरता है, उन्हें नष्ट करता है।”

जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से रूस के खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाने की अपील की, ताकि उसके पास ‘‘इस तरह के नरसंहार को जारी रखने की कोई संभावना ही न बचे।’’

वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट किया, “कमजोर और निहत्थे लोगों को निशाना बनाने से ज्यादा जघन्य कुछ और नहीं हो सकता।” उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उनके जघन्य अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से लेकर अब तक स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों और एंबुलेंस पर हुए हमलों में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।

वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, देश के विदेश मंत्री एंटोनी जे ब्लिंकन ने अपने यूक्रेनी समकक्ष दमित्रो कुलेबा से फोन पर हुई बातचीत में रूसी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की।

एपी पारुल सिम्मी

सिम्मी


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