म्यांमा के जुंटा शासन ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रही हस्तियों पर कार्रवाई शुरू की

म्यांमा के जुंटा शासन ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रही हस्तियों पर कार्रवाई शुरू की

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  • Publish Date - April 5, 2021 / 03:12 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

यांगून, पांच अप्रैल (एपी) म्यांमा में सत्तारूढ़ जुंटा (सेना) ने उन हस्तियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है जो तख्ता पलट के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं।

जुंटा शासन ने सरकारी प्रेस में वांछितों की सूची प्रकाशित की है और उनके काम को लेकर चेतावनी दी है।

म्यांमा के अखबार ग्लोबल न्यू लाइट में रविवार और सोमवार को प्रकाशित सूची में अभिनेताओं, अभिनेत्रियों, संगीतकारों, सोशल मीडिया प्रभावित करने वालों के नाम हैं जिनपर दंड संहिता की धारा-505 (ए) का उल्लंघन करते हुए ‘राज्य की स्थिरता प्रभावित करने वाली फर्जी खबरों को फैलाने’ का आरोप लगाया गया है।’’

इस धारा में दोषी करार दिए जाने पर तीन साल तक कैद की सजा हो सकती है।

अखबार के पन्ने पर 20 लोगों की सूची उनकी तस्वीर, गृहनगर और फेसबुक के साथ प्रकाशित की गई है।

कई अभिनेताओं और निर्देशकों के खिलाफ फरवरी में भी मामला दर्ज किया गया था लेकिन प्रदर्शन समर्थक हस्तियों के खिलाफ कार्रवाई में पिछले हफ्ते उस समय तेजी आई जब सेना नियंत्रित म्यावाड्डी टीवी ने सूची प्रसारित की।

ऐसी सूचियों में कम से कम 60 लोगों के नाम हैं।

टीवी पर गिरफ्तारी वारंट जारी होने की सूचना प्रसारित होने के बाद ट्विटर अकाउंट पर स्वयं का परिचय ‘पूर्ण कालिक बर्मी अभिनेत्री/ शौकिया फैशन डिजाइनर छात्रा के रूप में देने वाली मे तो खिन ने ट्वीट किया, ‘‘मैं एक नागरिक के तौर पर अपना काम कर रही हूं, मैं अपने मंच का इस्तेमाल सच बोलने के लिए कर रही हूं।

उन्होंने लिखा, ‘‘कृपया म्यांमा में हमेशा समाचार पर तबतक ध्यान दें जबतक हम जीत नहीं जाते।’’

लीक दस्तावेज के मुताबिक सूचना मंत्रालय ने प्रसारकों एवं निर्माण एजेंसियों को चेतावनी दी है कि वे इन हस्तियों के कार्यों का प्रसारण नहीं करें और अगर ऐसा किया तो उन्हें स्वयं मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।

एक फरवरी को आंग सान सूची की चुनी हुई सरकार का तख्ता पलट करने के बाद से प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन गत एक हफ्ते में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों में हुई हिंसक झड़प के बाद सेना ने यह कदम उठाया है।

हताहतों एवं गिरफ्तारियों पर नजर रखने वाली संस्था असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रीजनर्स (एएपीपी) के मुताबिक म्यांमा में अबतक 564 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है।

एपी धीरज उमा

उमा