पाक अदालत ने तोशखाना मामले में इमरान खान को अभियोग के बिना ही वापस जाने की अनुमति दी |

पाक अदालत ने तोशखाना मामले में इमरान खान को अभियोग के बिना ही वापस जाने की अनुमति दी

पाक अदालत ने तोशखाना मामले में इमरान खान को अभियोग के बिना ही वापस जाने की अनुमति दी

:   Modified Date:  March 18, 2023 / 09:44 PM IST, Published Date : March 18, 2023/9:44 pm IST

इस्लामाबाद, 18 मार्च (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को यहां की एक स्थानीय अदालत ने शनिवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत परिसर के बाहर हाजिरी लगाने के बाद अभ्यारोपण के बिना ही वापस जाने की अनुमति दे दी। हालांकि अदालत परिसर के बाहर खान के समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच काफी गतिरोध भी नजर आया। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पिछली कई सुनवाइयों के दौरान उपस्थित न होने के कारण गिरफ्तार करने का प्रयास किया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 70-वर्षीय प्रमुख इमरान खान को कथित रूप से अपनी संपत्ति घोषणाओं में उपहारों का विवरण छुपाने को लेकर पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से दायर शिकायत पर कार्यवाही में भाग लेने के लिए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीएसजे) जफर इकबाल की अदालत में पेश होना था। पूर्व प्रधानमंत्री के अदालत पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करने के बाद न्यायाधीश इकबाल व्यक्तिगत रूप से पेशी के अदालती आदेशों का पालन करने के लिए उनके वाहन में ही उपस्थिति पंजी पर खान के हस्ताक्षर प्राप्त करने के उनके वकील के सुझाव पर सहमत हुए। न्यायाधीश ने खान को इस्लामाबाद न्यायिक परिसर के बाहर अपनी उपस्थिति दर्ज करने के बाद वापस जाने की अनुमति दे दी, जहां उन्हें तोशखाना मामले में अभ्यारोपित किया जाना था।? डॉन अखबार ने न्यायाधीश के हवाले से लिखा है, ‘जैसा कि स्थिति है, सुनवाई और पेशी आगे नहीं बढ़ सकती है, इसलिए यहां एकत्र हुए सभी लोगों को उपस्थिति दर्ज करने के बाद चले जाना चाहिए। गोलाबारी या पथराव की कोई जरूरत नहीं है, सुनवाई आज नहीं हो सकती है।’ न्यायाधीश ने कहा कि एक बार खान के हस्ताक्षर प्राप्त हो जाने के बाद इस पर बाद में चर्चा की जा सकती है कि उन्हें किस तारीख को फिर से उपस्थित होना है। अखबार ने कहा कि आंसूगैस के प्रभाव के कारण अदालत कक्ष के अंदर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था जबकि पीटीआई पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अदालत परिसर में पथराव किया। पीटीआई के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने मीडिया से पुष्टि की कि अदालत में पेशी के संबंध में सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और खान परिसर छोड़ रहे हैं। इस प्रकार, खान मामले में अपने अभ्यारोपण के बिना चले गये। खान पहले अदालत परिसर पहुंचे, लेकिन बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण अदालत कक्ष तक पहुंचने के उनके प्रयासों को विफल कर दिया गया। सुनवाई के दौरान, खान के वकील ख्वाजा हारिस ने कहा कि उन्होंने पहले ही मामले की स्वीकार्यता को चुनौती दी है और इसे अभियोग से पहले तय किया जाना चाहिए। इससे पहले, अदालत के समक्ष खान की पेशी से पहले अदालत परिसर के बाहर सुरक्षा बलों और खान के समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख अकबर नासिर खान ने मीडिया को बताया कि खान के समर्थकों ने हिंसा का सहारा लिया, पुलिस पर पथराव किया और पुलिस चौकी में आग लगा दी। इस्लामाबाद के जी-11 में अदालत परिसर के बाहर कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए गए थे, जहां खान पेश हुए थे। खान को सुरक्षा प्रदान करने के लिए इलाके में पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई थी। खान पिछले साल नवंबर में बाल-बाल बच गये थे। खान अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे। उनके साथ उनके समर्थक भी काफिले में थे। उनके काफिले के कम से कम तीन वाहन एम-2 मोटरवे पर कलार कहार इलाके के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। खान शुक्रवार को लाहौर उच्च न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुए थे और आश्वासन दिया था कि वह अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश इकबाल के समक्ष शनिवार को पेश होने के लिए तैयार हैं। इस बीच, 10,000 से अधिक सशस्त्र पंजाब पुलिस कर्मियों ने लाहौर में खान के ज़मान पार्क निवास पर एक बड़ा अभियान चलाया और उनकी पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया और उनके इस्लामाबाद जाने के कुछ घंटों बाद हथियार और पेट्रोल बम जब्त करने का दावा किया। कार्रवाई के दौरान, पार्टी के 61 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और लगभग 10 पीटीआई कार्यकर्ता और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। खान उपहार खरीदने को लेकर विवादों में रहे हैं, जिसमें एक महंगी ग्रेफ कलाई घड़ी भी शामिल है जिसे उन्होंने तोशाखाना से रियायती कीमत पर खरीदा और फिर लाभ के लिए बेच दिया था। यह घड़ी उन्होंने प्रधानंत्री के रूप में तोहफे के रूप में मिली थी जिसे तोशाखाना में रखा गया था। वर्ष 1974 में स्थापित तोशाखाना कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक विभाग है। तोशाखाना में पाकिस्तानी शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों की सरकारों, राज्यों के प्रमुखों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से मिले कीमती उपहारों को संग्रहीत किया जाता है। बिक्री का विवरण साझा नहीं करने के कारण पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया था। पंजाब पुलिस महानिरीक्षक डॉ. उस्मान अनवर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पहले पुलिस ने लाहौर हाईकोर्ट के आदेश और पीएसएल मैच के कारण ज़मान पार्क में अपना अभियान रोक दिया था। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, अदालत ने हमें पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से नहीं रोका। आज हमने दोपहर 12 बजे एक अभियान शुरू किया। हमें पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन हम स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाब रहे और 61 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।’ आईजीपी ने कहा कि खान के आवास से कलाश्निकोव समेत 20 राइफल और पेट्रोल बम की बोतलें बरामद की गई हैं.

भाषा सुरेश माधवमाधव

 

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