वेटिकन सिटी, 26 अप्रैल (एपी) पोप फ्रांसिस को आज एक ऐसे समारोह में अंतिम विदाई दी जाएगी, जो पोप के रूप में उनकी प्राथमिकताओं और पादरी के रूप में उनकी इच्छाओं को प्रतिबिंबित करेगा।
राष्ट्रपति और राजकुमार सेंट पीटर्स स्क्वायर में उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे लेकिन कैदी एवं प्रवासी उन्हें बेसिलिका में लेकर जाएंगे, जहां उन्हें दफनाया जाएगा।
अंतिम संस्कार में दो लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। फ्रांसिस ने पिछले साल वेटिकन की परंपराओं और रीति-रिवाजों में बदलाव कर उन्हें सरल बनाते समय अपने अंतिम संस्कार समारोह को लेकर अपनी इच्छा बताई थी।
वेटिकन ने कहा कि उनका उद्देश्य पोप की भूमिका को केवल एक पादरी के रूप में दिखाना था, न कि ‘‘इस दुनिया के एक शक्तिशाली व्यक्ति’’ के रूप में।
शुक्रवार रात पोप के ताबूत में रखे गए उनके जीवन के आधिकारिक आदेश के अनुसार, फ्रांसिस ने पोप के रूप में 12 साल में अपने पद के संबंध में आमूलचूल सुधार किए, पादरियों के सेवक होने पर जोर दिया और ‘‘गरीबों के लिए एक गिरजाघर’’ का निर्माण किया। उन्होंने 2013 में अपने चयन के कुछ ही दिन बाद ही इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था।
पोप के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एवं यूरोपीय संघ के नेता, राजकुमार विलियम और स्पेन के शाही परिवार समेत कई गणमान्य लोग शामिल होंगे।
बेसिलिका की देखरेख करने वाले आर्कबिशप ने शुक्रवार को बताया था कि पोप फ्रांसिस ने खुद को ‘सेंट मैरी मेजर बेसिलिका’ में दफनाए जाने की इच्छा जताई थी।
फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया था। वह 88 वर्ष के थे।
एपी सिम्मी नेत्रपाल
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