पोप ने जर्मन कार्डिनल का इस्तीफा अस्वीकार किया, सुधार का सुझाव दिया

पोप ने जर्मन कार्डिनल का इस्तीफा अस्वीकार किया, सुधार का सुझाव दिया

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  • Publish Date - June 10, 2021 / 02:25 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:31 PM IST

रोम, 10 जून (एपी) पोप फ्रांसिस ने चर्च में यौन दुराचार कांड के मुद्दे पर जर्मन कार्डिनल रीनहार्ड मार्क्स द्वारा दिए गए त्यागपत्र को बृहस्पतिवार को अस्वीकार कर दिया, लेकिन कहा कि सुधारों की प्रक्रिया आवश्यक है तथा प्रत्येक बिशप को संबंधित अपराध संकट की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

जर्मन कार्डिनल ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि यौन शोषण के मामलों से चर्च के ठीक ढंग से न निपटने से उत्पन्न मुद्दे पर उन्होंने म्यूनिख के आर्कबिशप पद से त्यागपत्र देने की पेशकश की है।

फ्रांसिस ने उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया और पत्र लिखकर कहा कि उन्हें आर्कबिशप पद पर बने रहना चाहिए।

पोप ने कहा कि त्यागपत्र की जगह सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना आवश्यक है जो शाब्दिक की जगह वास्तविक हो, चाहे उसका परिणाम कुछ भी निकले।

फ्रांसिस द्वारा स्पैनिश भाषा में लिखे गए पत्र में जर्मन चर्च की विवादास्पद सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया है जो जर्मनी में चर्च के यौन शोषण मामलों से सही तरह निपटने में विफल रहने पर शुरू की गई थी।

फ्रांसिस ने अपने पत्र में कहा है कि युवा लोगों को यौन शोषकों से बचाने में विफल रहने की सामूहिक जिम्मेदारी प्रत्येक बिशप को लेनी चाहिए।

वर्ष 2018 में चर्च प्रतिष्ठान से संबंधित एक रिपोर्ट में कहा गया था कि जर्मनी में 1946 से 2014 के बीच ईसाई धर्मगुरुओं ने कम से कम 3,677 लोगों का यौन शोषण किया।

रिपोर्ट के अनुसार घटना के समय 50 प्रतिशत से अधिक पीड़ित 13 साल या इससे कम आयु के थे। इनमें लगभग एक तिहाई लड़के ऐसे थे जो पादरियों के सहायक के रूप में काम करते थे।

एपी नेत्रपाल माधव

माधव