दुबई, 11 अप्रैल (एपी) ईरान के भूमिगत नातान्ज परमाणु संयंत्र के विद्युत वितरण ग्रिड में रविवार को एक समस्या पैदा हो गई। यह समस्या यूरेनियम का अपेक्षाकृत अधिक तेजी से संवर्धन करने वाले नये उन्नत सेंट्रीफ्यूज शुरू किए जाने के कुछ ही घंटों बाद हुई।
वैश्विक शक्तियों के साथ परमाणु समझौते को लेकर चल रही वार्ता के बीच ईरान के सबसे सुरक्षित स्थलों में से एक माने जाने वाले इस संयंत्र में यह ताजा ‘घटना’ हुई है।
ईरानी अधिकारियों ने इस घटना की जांच की जबकि कई इजरायली मीडिया घरानों ने अटकलें लगायी कि नातान्ज परमाणु संयंत्र में हुई यह घटना किसी साइबर हमले के चलते हो सकती है। खबरों में हालांकि इस आकलन के लिए कोई स्रोत उल्लेखित नहीं किया गया। इजराइली मीडिया का देश की सैन्य एवं खुफिया एजेंसियों के साथ घनिष्ठ संबंध है।
यदि इजराइल इसके लिए जिम्मेदार है तो इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है। दोनों देशों में पहले से तनाव है।
इससे इजरायल के मुख्य सुरक्षा साझेदार अमेरिका द्वारा किए गए प्रयासों को भी धक्का लगेगा जो परमाणु समझौते में फिर से शामिल होना चाहता है। इस समझौते का उद्देश्य तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना है ताकि वह चाहे भी तो कोई परमाणु हथियार हासिल न कर सके । बिजली ग्रिड में दिक्कत उत्पन्न होने की खबर सामने आते ही, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ के साथ वार्ता के लिए रविवार को इज़राइल पहुंचे।
असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रवक्ता बेहरोज कमलवांदी ने ईरान के सरकारी टेलीविजन को बताया कि नातान्ज में विभिन्न इकाइयों में बिजली बाधित हो गई है। इसमें कार्यशालाएं और भूमिगत संवर्धन हॉल शामिल हैं।
कमलवांदी ने कहा, ‘‘हम अभी भी इस बिजली कटौती का कारण नहीं जानते हैं और इसकी और जांच करनी होगी।’’
कमलवांदी ने कहा, ‘‘अच्छी बात यह है कि इस घटना से कोई हताहत नहीं हुआ या इससे किसी प्रकार का संदूषण नहीं हुआ।’’
सरकारी टेलीविजन चैनल द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या यह एक ‘‘तकनीकी खामी या गड़बड़ी है’’, कमलवांदी ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
ईरान की संसद की ऊर्जा समिति के प्रवक्ता के रूप में कार्य करने वाले तेहरान के एक जनप्रतिनिधि मालेक शरियाती निसार ने ट्विटर पर लिखा कि यह घटना ‘‘बहुत ही संदिग्ध,’’ है जिससे संभावित ‘तोड़फोड़ और घुसपैठ’ के बारे में चिंता उत्पन्न होती है।
ईरान के कार्यक्रम की निगरानी करने वाली वियना स्थित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि वह ‘‘मीडिया की खबरों से अवगत है’’। हालांकि उसने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि नातान्ज के उन्नत अपकेंद्रण संयंत्र में पिछले साल जुलाई में एक रहस्यमयी विस्फोट हुआ था। ईरानी परमाणु संयंत्र पर हमला करने को लेकर ईरान का क्षेत्रीय शत्रु इजराइल संदेह के घेरे में रहा है। ईरान ने भी देश के सैन्य परमाणु कार्यक्रम की कई दशक पहले शुरुआत करने वाले वैज्ञानिक की हत्या के लिए इजराइल को ही दोषी ठहराया था। इजराइल ने किसी भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन उसके प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कई बार ईरान को अपने देश के लिए बड़ा खतरा बताया है।
उल्लेखनीय है कि ईरान ने शनिवार को बताया था कि उसने संयंत्र में 164 आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज चेन शुरू कर दिये हैं। परमाणु समझौता ईरान को संवर्धन के लिए केवल आईआर-1एस के इस्तेमाल को सीमित करता है।
गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में अमेरिका को इस समझौते से अलग कर लिया था।
एपी अमित नरेश
नरेश