कोपेनहेगन (डेनमार्क), एक जून (एपी) डेनमार्क में बुधवार को लोग इस बात के लिए मतदान कर रहे हैं कि क्या उन्हें यूरोपीय संघ की साझा रक्षा नीति से बाहर रहने के देश के 30वर्ष पुराने निर्णय को त्याग देना चाहिए।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद देश में हो रहा यह जनमतसंग्रह यूरोपीय देशों द्वारा सहयोगियों के साथ करीबी रक्षा संबंध बनाने की इच्छा को दिखाने का ताजा उदाहरण है।
इससे पहले स्वीडन और फिनलैंड ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है।
डेनमार्क की 42 लाख की आबादी जनमत संग्रह में हिस्सा लेने की पात्र है।
विपक्षी दल लिबरल पार्टी के प्रमुख जैकब एलेमैन जेन्सेन ने कहा, ‘‘दुनिया बदल रही है, लेकिन अच्छे के लिए नहीं। हमें एकजुट होने और उस सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है जो हमारी सुरक्षा को मजबूत करता है।’’
हालिया मतदान में सामने आया था कि 20 प्रतिशत मतदाता किसी नतीजें पर नहीं पहुंचे हैं। जानकारों का मानना है कि अगर डेनमार्क यूरोपीय संघ की रक्षा नीति में शामिल होता है तो विशेष रूप से स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल होने की तुलना में इससे यूरोप की सुरक्षा व्यवस्था पर हल्का प्रभाव पड़ेगा।
एपी शोभना वैभव
वैभव