रूस स्टारलिंक उपग्रहों को निशाना बनाने के लिए नया हथियार विकसित कर रहा: खुफिया एजेंसियों को संदेह

रूस स्टारलिंक उपग्रहों को निशाना बनाने के लिए नया हथियार विकसित कर रहा: खुफिया एजेंसियों को संदेह

रूस स्टारलिंक उपग्रहों को निशाना बनाने के लिए नया हथियार विकसित कर रहा: खुफिया एजेंसियों को संदेह
Modified Date: December 22, 2025 / 01:10 pm IST
Published Date: December 22, 2025 1:10 pm IST

पेरिस, 22 दिसंबर (एपी) उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के दो देशों की खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि रूस एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के उपग्रहों को निशाना बनाने के लिए एक नया हथियार विकसित कर रहा है।

खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इसके पीछे रूस का उद्देश्य अंतरिक्ष के क्षेत्र में पश्चिमी देशों की श्रेष्ठता को कम करना है, जिसने यूक्रेन को युद्ध में मदद की है।

‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने खुफिया एजेंसियों के निष्कर्षों वाले दस्तावेजों को देखा है जिसमें कहा गया है कि तथाकथित ‘‘ज़ोन-इफ़ेक्ट’’ हथियार का उद्देश्य स्टारलिंक की कक्षाओं को सैकड़ों हजारों उच्च-घनत्व वाले छर्रों से भर देना है, जिससे संभावित रूप से एक साथ कई उपग्रह निष्क्रिय हो जाएंगे लेकिन इससे अन्य कक्षीय तंत्रों को भी विनाशकारी क्षति होने का खतरा है।

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हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है कि उन्हें इस पर संदेह है, क्योंकि ऐसे किसी भी हथियार का असर अंतरिक्ष में मौजूद अन्य उपग्रहों पर भी पड़ेगा और अंतरिक्ष में रूस और उसके सहयोगी देश चीन के उपग्रह भी हैं। ये देश भी संचार, रक्षा और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर जानकारी के लिए हजारों उपग्रहों पर निर्भर हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के नतीजों, जिनमें खुद की अंतरिक्ष प्रणालियों को होने वाले जोखिम भी शामिल हैं, के कारण मॉस्को इस तरह के हथियार को तैनात करने या इस्तेमाल करने से पीछे हट सकता है।

वहीं कनाडा की सेना के अंतरिक्ष प्रभाग के कमांडर, ब्रिगेडियर जनरल क्रिस्टोफर हॉर्नर ने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि रूस ऐसा नहीं करेगा खासतौर पर तब जब अमेरिका आरोप लगा चुका है कि रूस भी एक अंधाधुंध परमाणु, अंतरिक्ष-आधारित हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने टिप्पणी के लिए ‘एपी’ के संदेशों का जवाब नहीं दिया।

रूस पूर्व में संयुक्त राष्ट्र से अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों की तैनाती रोकने के प्रयासों का आह्वान कर चुका है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि मॉस्को का परमाणु अंतरिक्ष हथियार तैनात करने का कोई इरादा नहीं है।

जांच के निष्कर्षों से पता चलता है कि रूस विशेष रूप से स्टारलिंक को एक गंभीर खतरा मानता है। स्टारलिंक की ‘हाई-स्पीड’ इंटरनेट सेवा का उपयोग यूक्रेनी सेना युद्धक्षेत्र संचार, हथियारों को लक्षित करने और अन्य कार्यों में करती है।

एपी शोभना मनीषा

मनीषा


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