सूडान: सेना प्रमुख ने प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल समूह के बैंक खातों पर रोक लगायी

सूडान: सेना प्रमुख ने प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल समूह के बैंक खातों पर रोक लगायी

सूडान: सेना प्रमुख ने प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल समूह के बैंक खातों पर रोक लगायी
Modified Date: May 15, 2023 / 10:30 pm IST
Published Date: May 15, 2023 10:30 pm IST

काहिरा, 15 मई (एपी) सूडान के सैन्य प्रमुख ने प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल से संबंधित सभी बैंक खातों के लेनदेन पर रोक लगाने का आदेश दिया है। पूरे सूडान में में दोनों पक्षों के बीच हफ्तों से संघर्ष जारी है।

सरकारी समाचार एजेंसी ‘सुना’ की खबर में बताया गया कि जनरल अब्देल फतह बुरहान द्वारा रविवार को जारी आदेश, सूडानी बैंक में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के आधिकारिक खातों के साथ-साथ समूह से संबंधित सभी कंपनियों के खातों को लक्षित करेगा।

यह स्पष्ट नहीं है कि बैंक खातों के लेनदेन पर रोक लगाने का आरएसएफ पर तत्काल क्या प्रभाव पड़ेगा और बुरहान के आदेशों को कैसे लागू किया जाएगा।

 ⁠

सैन्य प्रमुख ने सूडान के सेंट्रल बैंक के गवर्नर को बदलने की भी घोषणा की। यह एक ऐसा कदम है जो बैंक खातों के लेनदेन पर रोक से जुड़ा हुआ है। पिछले एक दशक में, सूडानी वित्तीय संस्थानों और सोने के भंडार के क्रमिक अधिग्रहण के माध्यम से आरएसएफ ने बड़ी संपत्ति अर्जित की है।

अप्रैल के मध्य से, बुरहान के नेतृत्व वाली सूडानी सेना और मोहम्मद हमदान डागलो के नेतृत्व वाली आरएसएफ के बीच सत्ता संघर्ष जारी है जिसने हजारों लोगों को पड़ोसी देशों में पलायन करने के लिए मजबूर किया है।

संघर्ष छिड़ने के बाद से देश के अधिकतर हिस्सों में अराजकता फैल गई है। राजधानी खार्तूम शहरी युद्धक्षेत्र में तब्दील हो गई है और पश्चिमी दारफुर क्षेत्र में घातक जनजातीय संघर्ष जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हिंसा में 600 से अधिक लोग मारे गए हैं।

पिछले बृहस्पतिवार को, सेना और आरएसएफ ने सऊदी शहर जेद्दा में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें संघर्ष से भाग रहे नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग और पूर्वी अफ्रीकी राष्ट्र में मानवीय कार्यों के लिए सुरक्षा का वादा किया गया।

बृहस्पतिवार के समझौते को एक स्थायी युद्धविराम में बदलने के लिए सऊदी अरब और अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय प्रयास जारी हैं।

इस बीच, संघर्ष में हताहत होने वाले नागरिकों की संख्या पर नज़र रखने वाले समूह ‘सूडान डॉक्टर्स सिंडिकेट’ ने कहा कि पिछले सप्ताह पश्चिमी दारफुर प्रांत की राजधानी जिनीना में दो दिन तक चले संघर्ष में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं।

इसने कहा कि संघर्ष तब शुरू हुआ जब आरएसएफ के लड़ाके और मिलिशिया ने शुक्रवार को शहर में प्रवेश किया और अन्य सशस्त्र समूहों और निवासियों के साथ संघर्ष किया।

इस बीच, सोमवार को खार्तूम के दक्षिणी पड़ोस में विस्फोटों की गूंज सुनाई दी, जबकि एक वीडियो में ईस्ट नील क्षेत्र में एक अस्पताल पर बमबारी होती दिखी।

मानवाधिकार संगठनों ने आरएसएफ पर व्यापक पैमाने पर लूटपाट करने और नागरिकों पर हमला करने तथा रिहायशी इलाकों में अंधाधुंध बमबारी करने का आरोप लगाया है।

एपी अमित नेत्रपाल

नेत्रपाल


लेखक के बारे में