शांतिपूर्ण समझौते के लिए ट्रंप को सहयोगियों को मनाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है: रूस

शांतिपूर्ण समझौते के लिए ट्रंप को सहयोगियों को मनाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है: रूस

शांतिपूर्ण समझौते के लिए ट्रंप को सहयोगियों को मनाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है: रूस
Modified Date: November 9, 2025 / 07:26 pm IST
Published Date: November 9, 2025 7:26 pm IST

मॉस्को, नौ नवंबर (भाषा) रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रविवार को कहा कि यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए वोलोदिमीर जेलेंस्की और नाटो सहयोगियों को मनाने में अमेरिका को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

लावरोव की यह टिप्पणी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शिखर वार्ता के असफल प्रयासों के कुछ सप्ताह बाद आई है। दोनों नेताओं के बीच अलास्का के एंकरेज में वार्ता में रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए कोई सहमति नहीं बन पाई थी।

लावरोव ने सरकारी समाचार एजेंसी ‘आरआईए नोवोस्ती’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘अमेरिका ने उस समय (अलास्का शिखर सम्मेलन में) हमें आश्वासन दिया था कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की शांति के प्रयास में बाधा नहीं डालेंगे। ज़ाहिर है, इस मुद्दे पर कुछ कठिनाइयां उत्पन्न हुई हैं।’

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उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, जहां तक ​​हमें जानकारी है कि नाटो और ब्रिटेन अमेरिका को इस बात के लिए राजी करने का प्रयास कर रहे हैं कि वह राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से संकट को हल करने के अपने इरादे को त्याग दे और रूस पर सैन्य दबाव बनाने के प्रयासों में पूरी तरह से शामिल हो जाए, यानी अंततः ‘युद्ध दल’ का हिस्सा बन जाए।’

लावरोव ने यह भी कहा कि एंकरेज में शिखर सम्मेलन में हुए समझौते के बावजूद, मॉस्को अपने मूल सिद्धांतों पर अडिग है: रूस की क्षेत्रीय अखंडता और क्रीमिया, डोनबास और नोवोरसिया के निवासियों की पसंद पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। लावरोव ने कहा, ‘हम अब अमेरिका से इस बात की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं कि एंकरेज समझौते लागू रहेंगे।’

पुतिन ने बार-बार कहा है कि रूस बिना किसी अस्थायी युद्धविराम के दीर्घकालिक समाधान की वकालत करता है और ऐसा समाधान संघर्ष के मूल कारणों को दूर करने के बाद ही संभव है।

भाषा आशीष नरेश

नरेश


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