लंदन। The Lady of Heaven: ब्रिटेन सरकार ने एक नयी फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के अभियान का समर्थन करने पर एक इमाम की स्वतंत्र सलाहकार के रूप में नियुक्ति को वापस ले लिया है। दावा किया जा रहा है कि फिल्म में पैगंबर मोहम्मद की बेटी की कहानी है। इमाम कारी आसिम सरकार के तथाकथित इस्लामोफोबिया (इस्लाम के प्रति घृणा या डर) सलाहकार थे और सरकार के मुस्लिम घृणा रोधी कार्य समूह के उपाध्यक्ष भी थे।
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उन्हें शनिवार शाम को सरकारी पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि फिल्म ‘द लेडी ऑफ हेवन’ के विरोध के लिए उनका समर्थन कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करता है तथा सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला है। इस सप्ताह की शुरुआत में ब्रिटेन के सिनेमाघरों ने अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के लिहाज से फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी थी। फिल्म की वेबसाइट के अनुसार यह पैगंबर मोहम्मद की बेटी लेडी फातिमा की कहानी है।
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लीड्स स्थित मक्का मस्जिद के प्रमुख इमाम, असीम को भेजे गए सरकारी पत्र के अनुसार, ”स्वतंत्र अभिव्यक्ति को सीमित करने के अभियान के लिए आपके हालिया समर्थन ने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दिया है। इसका अर्थ है कि अब आपके लिए सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गयी भूमिकाओं में सरकार के साथ काम ज़ारी रखना उचित नहीं है।”
The Lady of Heaven: सरकारी पत्र में कहा गया है, ‘‘आपने सिनेमाघरों में फिल्म ‘लेडी ऑफ हेवन’ की स्क्रीनिंग रोकने के लिए चल रहे अभियान को बढ़ावा दिया, जो कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करने का स्पष्ट प्रयास है। आपने जिस अभियान का समर्थन किया है, उसके कारण सड़क पर विरोध प्रदर्शन हुआ है, जिसने धार्मिक घृणा को बढ़ावा दिया है।’’ पत्र में इमाम के फेसबुक पोस्ट का हवाला दिया गया है जो फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करने पर जोर देने के उनके रुख को उजागर करता है।
कुवैत के यासिर अल-हबीब द्वारा लिखित फिल्म तीन जून को ब्रिटेन में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म को मिस्र और पाकिस्तान में प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि ईरान में मौलवियों ने इसे देखने वालों के खिलाफ फतवा जारी किया है। ब्रिटेन में बर्मिंघम, बोल्टन, ब्रैडफोर्ड और शेफील्ड में सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन हुए हैं।