बगदाद में फिर हुआ अमेरीकी रेस्त्रां पर हमला |

बगदाद में फिर हुआ अमेरीकी रेस्त्रां पर हमला

बगदाद में फिर हुआ अमेरीकी रेस्त्रां पर हमला

:   Modified Date:  June 7, 2024 / 12:53 PM IST, Published Date : June 7, 2024/12:53 pm IST

बगदाद, सात जून (एपी) बगदाद में कुछ दिन पहले दो एसयूवी और एक सफेद पिकअप वैन में सवार होकर आए एक दर्जन नकाबपोश लोगों ने ‘केएफसी’ रेस्त्रां पर हमला किया और घटनास्थल से फरार गए। इससे कुछ ही दिन पहले इसी प्रकार की हिंसा ‘लीज फेमस रेसिपी चिकन (रेस्त्रां)’ और ‘चिली हाउस’ में भी हुई थी।

ये सभी अमेरिकी ब्रांड इराक की राजधानी में लोकप्रिय हैं और इन पर हालिया हमले दिखाते हैं कि हमास और इजराइल के बीच युद्ध में अमेरिका द्वारा इजरायल के प्रति समर्थन से इराक में लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है।

हालांकि हाल की घटनाओं में किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन यह हमले स्पष्ट रूप से ईरान समर्थित और इराक में अमेरिका विरोधी मीलिशिया के समर्थकों द्वारा किए गए थे।

ये हमले गाजा में युद्ध को लेकर इजराइल के शीर्ष सहयोगी अमेरिका के खिलाफ बढ़ते गुस्से को दर्शाते हैं।

मई के अंत में और इस सप्ताह के शुरू में इराक में अमेरिका से जुड़े व्यवसायों और ब्रांड पर हुए हमले उसकी रणनीति में बदलाव को दर्शाते हैं जिसका उद्देश्य वाशिंगटन द्वारा इजराइल को दिए जा रहे समर्थन के कारण अमेरिका विरोधी भावना को बढ़ाना है।

केएफसी पर हमला डकैती की तरह ही हुआ। फर्क सिर्फ इतना था कि हमलावरों का मकसद पैसे चुराना नहीं था।

सुरक्षा कैमरे की फुटेज में नकाबपोश लोग फास्ट फूड रेस्टोरेंट में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि भयभीत कर्मचारी और ग्राहक पीछे के रास्ते से भाग रहे हैं। इसके बाद वे लोग खिड़कियों और एलईडी स्क्रीन को तोड़ते हैं, कुर्सी, टेबल, रसोई के उपकरण और जो कुछ भी उन्हें मिला उसे तोड़ते हैं।

कुछ ही मिनटों बाद सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंचते हैं और चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाते हैं जबकि अपराधी अपने वाहनों में बैठकर वहां से फरार हो जाते हैं।

अन्य घटनाओं में कैटरपिलर कंपनी के स्टोर के बाहर एक ध्वनि बम फेंका गया, जिससे आस-पड़ोस में हड़कंप मच गया तथा सड़क पर एक छोटा गड्ढा हो गया।

अमेरिका विरोधी भावना को लेकर कुछ प्रदर्शन कम उग्र रहे हैं।

पिछले सप्ताह फलस्तीनी और इराकी झंडे लेकर प्रदर्शनकारियों ने बगदाद में पेप्सिको के कार्यालयों तक मार्च किया और नारेबाजी की थी।

इराक में ईरान समर्थित मीलिशिया के दो अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस से पुष्टि की कि हमलावर उनके समर्थक थे और उनका लक्ष्य अमेरिकी ब्रांड के बहिष्कार को बढ़ावा देना और देश में उनकी उपस्थिति को रोकना है।

अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर अपने समूहों के नियमों के अनुरूप कहा कि यह मीलिशिया की छवि को मजबूत करने का भी एक प्रयास है।

इराक में अमेरिकी राजदूत एलिना रोमनोवस्की ने अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड को निशाना बनाए जाने की घटनाओं की निंदा करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इससे इराक में विदेशी निवेश प्रभावित हो सकता है।

इराक के सुरक्षा प्रवक्ता मेजर जनरल तहसीन अल खाफाजी ने कहा कि दंगाइयों के खिलाफ उसी प्रकार कार्रवाई की जाएगी, जैसे देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने वाले किसी भी अन्य व्यक्ति पर की जाती है।

एपी

मनीषा योगेश नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)