लंदन, 10 सितंबर (एपी) अमेरिका और ब्रिटेन ने मंगलवार को ईरान पर यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल के लिए रूस को कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया और कहा कि वे दंडात्मक कदम उठाएंगे।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने लंदन की यात्रा के दौरान ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी की मौजूदगी में कहा कि ईरान ने इन चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया है कि ऐसे हथियारों की आपूर्ति से संघर्ष और बढ़ जाएगा।
ब्लिंकन ने कहा, ‘‘रूस को अब इन बैलिस्टिक मिसाइलों की खेप मिल गई है और संभवत: कुछ हफ्तों के भीतर यूक्रेन में यूक्रेनी लोगों के खिलाफ उनका इस्तेमाल किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईरानी मिसाइलों की आपूर्ति रूस को अपने शस्त्रागार का अधिक उपयोग उन लक्ष्यों के लिए करने में सक्षम बनाती है जो अग्रिम मोर्चे से दूर हैं।’’
उनके साथ लैमी ने भी यही बात कही।
ब्लिंकन और लैमी के बोलने के तुरंत बाद अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी ने एक संयुक्त बयान जारी कर मिसाइल आपूर्ति को ‘‘यूरोपीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा’’ बताया और कहा कि वे ईरान के खिलाफ दंडात्मक कदम उठाएंगे जिनमें ईरान के साथ द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौतों को रद्द करना तथा ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाना शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम ‘ईरान एअर’ पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में भी काम करेंगे।’’
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका के वित्त और विदेश विभाग ने ईरान, चीन, रूस, तुर्किये और अन्य देशों में मौजूद ऐसे लोगों तथा कंपनियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिन पर ईरान के ड्रोन कार्यक्रम के विकास से जुड़े होने का आरोप है।
नए प्रतिबंधों की घोषणा ऐसे समय की गई है जब ब्लिंकन और लैमी बुधवार को यूक्रेन की संयुक्त यात्रा करने की तैयारी कर रहे हैं जहां वे देश की सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे।
क्रेमलिन यूक्रेन के आश्चर्यजनक हमले को विफल करने की कोशिश कर रहा है जिसने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में सैकड़ों मील क्षेत्र पर कब्जा कर लेने का दावा किया है।
ईरान ने यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को हथियार मुहैया कराने से इनकार किया है।
एपी नेत्रपाल सुभाष
सुभाष