American Tarrifs on India Reason || Image- ibc24 News File
American Tarrifs on India Reason: नई दिल्ली: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 प्रतिशत शुल्क लगाने को लेकर बुधवार को ब्रिक्स समूह व नयी दिल्ली के साथ ‘भारी’ व्यापार घाटे का हवाला दिया और कहा कि अमेरिका इस समय भारत के साथ बातचीत कर रहा है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, “हम अभी बातचीत कर रहे हैं और इसमें ब्रिक्स का मसला भी शामिल है। आप जानते हैं, ब्रिक्स मूलतः अमेरिका विरोधी देशों का एक समूह है और भारत इसका सदस्य है। यह अमेरिकी मुद्रा पर हमला है और हम किसी को भी ऐसा नहीं करने देंगे।”
ट्रंप ने बुधवार को एक अगस्त से भारत से आने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की। राष्ट्रपति ने इसके साथ ही रूसी कच्चे तेल और सैन्य उपकरणों की खरीद पर एक अनिर्दिष्ट जुर्माना भी लगाने की घोषणा की। ट्रंप ने कहा, “यह निर्णय आंशिक रूप से ‘ब्रिक्स’ की वजह से लिया गया है और इसमें कुछ हद तक घाटे की भूमिकी है। हमें बहुत बड़ा घाटा हुआ है। जैसा कि आप जानते हैं, प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी मेरे मित्र हैं लेकिन वे हमारे साथ व्यापार के मामले में बहुत ज्यादा जुड़े नहीं हैं।”
American Tarrifs on India Reason: अमेरिकी टैरिफ को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर है। कांग्रेस ने अपने एक बयान में दावा किया था कि, भारत ट्रंप और मोदी के दोस्ती की कीमत चुका रहा है। वही आज इस मुद्दे पर संसद में हंगामे की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और सपा केंद्र सरकार को विदेश नीति के मुद्दे पर आज घेर सकते है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा के तुरंत बाद कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। कांग्रेस ने कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से “विफल” हो गई है। कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ और जुर्माना लगाया है। देश नरेंद्र मोदी की ‘दोस्ती’ की कीमत चुका रहा है।”
पोस्ट में लिखा है, “मोदी ने ट्रंप के लिए प्रचार किया, उन्हें उत्साह से गले लगाया, तस्वीरें खिंचवाईं और उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराया। अंत में ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगा दिया। भारत की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है।”
ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ ठोक दिया, साथ ही पेनल्टी भी लगा दी. नरेंद्र मोदी की ‘दोस्ती’ का खामियाजा देश भुगत रहा है.
• मोदी ने ट्रंप का प्रचार किया
• लपक-लपककर गले मिले
• फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में ट्रेंड करायाआखिर में ट्रंप ने भारत पर टैरिफ ठोक दिया. भारत की विदेश नीति… pic.twitter.com/n8jRpQLNQ6
— Congress (@INCIndia) July 30, 2025
American Tarrifs on India Reason: गौरतलब है कि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को कहा कि भारत को 25 प्रतिशत टैरिफ और व्यापार घाटे के लिए अतिरिक्त जुर्माना देना होगा। ट्रम्प ने सोशल मीडिया ट्रुथ पर एक पोस्ट में कहा कि टैरिफ 1 अगस्त से शुरू होंगे।
उन्होंने भारत पर ऊँचे टैरिफ़, कड़े व्यापार अवरोध और अपनी अधिकांश सैन्य व ऊर्जा आपूर्ति रूस से खरीदने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि ये कदम ऐसे समय में “अच्छे नहीं” हैं जब दुनिया चाहती है कि रूस यूक्रेन में युद्ध रोके।
ट्रंप ने कहा, “याद रखें, भारत हमारा मित्र है, लेकिन हमने पिछले कुछ वर्षों में उनके साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है, क्योंकि उनके टैरिफ बहुत अधिक हैं, जो विश्व में सबसे अधिक हैं, तथा उनके पास किसी भी देश की तुलना में सबसे कठोर और अप्रिय गैर-मौद्रिक व्यापार बाधाएं हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “इसके अलावा, उन्होंने हमेशा अपने सैन्य उपकरणों का एक बड़ा हिस्सा रूस से ही खरीदा है और चीन के साथ रूस के ऊर्जा के सबसे बड़े खरीदार हैं। वह भी ऐसे समय में जब हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में हत्याएँ बंद करे – सब कुछ ठीक नहीं है! इसलिए भारत को 1 अगस्त से 25% टैरिफ़ और उपरोक्त के लिए जुर्माना देना होगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद। मागा!”
American Tarrifs on India Reason: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के लिए एक बड़ा झटका है और अमेरिकी राष्ट्रपति यह तय नहीं कर सकते कि नई दिल्ली कहां से तेल खरीदेगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने भारत पर ट्रम्प के 25 प्रतिशत टैरिफ के कदम को “हमारे देश, हमारी अर्थव्यवस्था और प्रधानमंत्री के लिए एक बड़ा झटका” करार दिया और कहा कि “यह अमेरिका द्वारा ब्लैकमेल है”।
उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी को ट्रंप के कदम से डरना नहीं चाहिए।
जयराम रमेश ने एएनआई से कहा, “यह पीएम मोदी और भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है। तारीफ ही तारीफ में टैरिफ लग गया। हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रंप से कोई फायदा नहीं हुआ। राष्ट्रपति ट्रंप 30 बार कह चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रोक दिया तो हमें इस (भारत-अमेरिका) दोस्ती से क्या मिला? देश अभी भी सवाल कर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अचानक क्यों रोक दिया गया।”
उन्होंने कहा, “यह हमारे देश, हमारी अर्थव्यवस्था और प्रधानमंत्री के लिए बहुत बड़ा झटका है। प्रधानमंत्री को डरना नहीं चाहिए। यह अमेरिका द्वारा ब्लैकमेल है। यह हमारे लिए मुसीबत का समय है। इसका असर हमारे इंजीनियरिंग, फार्मास्यूटिकल्स और व्यावसायिक उद्योगों पर पड़ेगा। यह हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है। हम सोचते थे कि हमारे सामने दो बड़ी चुनौतियाँ हैं पाकिस्तान और चीन, लेकिन अमेरिका तीसरी बड़ी मुसीबत बनकर उभरा है।”
“PM should not be scared, this is blackmail by US”: Jairam Ramesh on Trump announcing 25% tariffs on India
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— ANI Digital (@ani_digital) July 30, 2025
American Tarrifs on India Reason: शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब दोनों देश एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे थे , तब अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे बढ़कर व्यापार टैरिफ की घोषणा कर दी। उन्होंने यह भी मांग की कि केंद्रीय सरकार के नेतृत्व को यह स्पष्टीकरण देना चाहिए कि अमेरिका एकतरफा निर्णय क्यों ले रहा है।
चतुर्वेदी ने कहा, “‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम के बाद कहा जा रहा था कि पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच अच्छी केमिस्ट्री है। कल पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद कहा कि इसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं है। इसके 10 घंटे के अंदर ही राष्ट्रपति ट्रंप ने दो बार अपनी संलिप्तता दोहराई। एक लक्ष्मण रेखा खींची जानी चाहिए जहां हमारी सरकार उनकी सरकार को बताए कि अमेरिकी राष्ट्रपति सही नहीं हैं।”
उन्होंने कहा, “जब व्यापार समझौता चल रहा है और उन्होंने इन शब्दों में व्यापार शुल्क की घोषणा की है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी उम्मीद कर रहे थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में जवाब देंगे, लेकिन इसके बजाय गृह मंत्री बोल रहे हैं।” शिवसेना नेता ने आगे मांग की कि प्रधानमंत्री कल सदन में आएं और स्पष्टीकरण दें। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री को यह बताना चाहिए कि अमेरिका एकतरफा फैसले क्यों ले रहा है और उन्हें कोई जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा है।’’