Bihar Election 2025/ image source: IBC24
Bihar Election 2025: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को मतदान जारी है। राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
Bihar Election 2025: चुनाव आयोग के अनुसार, सुबह 11 बजे तक 27.65% मतदान दर्ज किया गया है। शुरुआती घंटों से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ उमड़ रही है। महिलाओं, युवाओं और बुज़ुर्गों में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। राज्य के इस पहले चरण के चुनाव को बिहार की राजनीतिक दिशा और दशा तय करने वाला माना जा रहा है। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस चरण का मतदान राज्य के सत्ता समीकरणों को गहराई से प्रभावित करेगा।
Bihar Election 2025: पहले चरण में 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एनडीए, महागठबंधन, जनसुराज पार्टी और अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी शामिल हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा।इस चरण में मतदाताओं की सक्रियता से स्पष्ट है कि जनता इस बार मुद्दों के आधार पर मतदान कर रही है। रोजगार, विकास, महंगाई और शिक्षा जैसे विषय प्रमुख चर्चा में हैं।
पहले चरण में कई हाई-प्रोफाइल सीटें हैं, जिन पर दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है। राघोपुर से तेजस्वी यादव, तारापुर से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, महुआ से तेज प्रताप यादव, मोकामा से अनंत सिंह, अलीनगर से मैथिली ठाकुर, छपरा से खेसारी लाल यादव, भोर से प्रीति किन्नर, और काराकाट से ज्योति सिंह जैसे बड़े नाम मैदान में हैं।
इन सीटों पर मुकाबला दिलचस्प और कड़ा दोनों है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के 14 मंत्रियों का भविष्य भी इसी चरण के मतदान से तय होगा। ऐसे में यह चरण बिहार के सियासी इतिहास में अहम भूमिका निभाने जा रहा है।
Bihar Election 2025: पहले चरण की सभी 121 सीटों पर एनडीए के 121 उम्मीदवार और महागठबंधन के 126 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जहां एनडीए विकास, सुशासन और स्थिरता के मुद्दे पर जनता से समर्थन मांग रही है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, शिक्षा, महंगाई और किसानों की समस्याओं को प्रमुख चुनावी एजेंडा बना रहा है। जनसुराज पार्टी के लिए भी यह चरण बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इन सीटों पर पार्टी की लोकप्रियता और जनसमर्थन का बड़ा इम्तिहान है।