पटना। बिहार में मचे सियासी बवाल के बीच बड़ी खबर सामने आई है। आज नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि वो अब भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार का गठन करेंगे। वहीं, खबर ये भी है कि नीतीश कुमार को भाजपा ने अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है। बता दें कि अभी तक नीतीश कुमार ने 8 बार इस्तीफा दिया है तो वहीं 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। ऐसा करने वाले नीतीश कुमार भारत के पहले सीएम भी बन चुके हैं।
राज्यपाल से समक्ष नई सरकार का दावा ठोकनें के बाद नीतीश कुमार शाम 5 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तो वहीं अन्य बीजेपी के दो नेताओं को भी डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई जाएगी। जिसमें सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के नाम शामिल हैं। इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि शाम 5ः30 पर नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक भी आयोजित की गई है। नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
जानकारी के अनुसार, शाम को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के साथ 8 लोग मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इसके साथ ही जिन नेताओं के शपथ लेने वाले के आसार हैं, उनमें सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, डॉक्टर प्रेम कुमार, विजय कुमार चौधरी, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संतोष कुमार सुमन, श्रवण यादव और सुमित कुमार सिंह का नाम शामिल किया गया है। इनमें से सुमित कुमार सिंह एक निर्दलीय विधायक हैं।
सुमित कुमार बिहार की चकाई सीट से निर्दलीय विधायक हैं। यहां पर उनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। यहां से उनके दादा श्रीकृष्ण सिंह दो विधायक रहे हैं. विधायक सुमित जेएनयू के छात्र रहे हैं। साल 2010 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने चकाई से चुनाव लड़ा। जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) की टिकट पर चुनाव लड़कर वो विधानसभा पहुंचे। इसके बाद साल 2015 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि, उन्हें शिकस्त मिली। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और क्षेत्र में सक्रिय रहे। इसी का परिणाम रहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर वो निर्दलीय लड़े और जीत दर्ज की। सुमित एनडीए सरकार में भी मंत्री थे। उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का मंत्री बनाया गया था।
बता दें कि उनके पिता स्वर्गीय नरेंद्र सिंह 2015 तक लालू सरकार से लेकर नीतीश सरकार तक बिहार सरकार में बड़े विभागों के मंत्री रहे। इसके अलावा 2005 में रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। सुमित के अलावा उनके दो अन्य भाई भी विधायक रह चुके हैं। सुमित कुमार सिंह ने 2008 में हिंदी विद्यापीठ देवघर से स्नातक किया है।