Plane Crash Reason in Ahmedabad || Image- IBC24 News File
Plane Crash Reason in Ahmedabad: अहमदाबाद: विशेषज्ञों का मानना है कि अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान के हादसे का शिकार होने का संभावित कारण दोनों इंजनों का फेल होना या उड़ान भरने के तुरंत बाद पक्षी का टकरा जाना हो सकता है।
बड़े विमानों के तीन वरिष्ठ पायलट ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस दुर्घटना के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध वीडियो को देखने से ऐसा लगता है कि इंजन उड़ान भरने के लिए आवश्यक गतिबल (थ्रस्ट) नहीं जुटा पाए, जिसके परिणामस्वरूप उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही आवासीय क्षेत्र में भीषण दुर्घटना हो गई।
ये तीनों पायलट प्रशिक्षण का कार्य भी करते हैं।
अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने वाले बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के विशिष्ट कारणों का पता विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा विस्तृत जांच पूरी होने के बाद ही चलेगा। विशेषज्ञों ने विमान के नीचे गिरने के उपलब्ध दृश्यों के आधार पर संभावित कारणों का उल्लेख किया।
Plane Crash Reason in Ahmedabad: एक कमांडर ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि यह किसी एक इंजन के फेल होने का मामला है, क्योंकि ऐसी स्थिति में विमान एक ओर झूल रहा होता, लेकिन इस मामले में विमान स्थिर था। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, दोनों इंजन के फेल होने की आशंका है। दोनों इंजन में ‘थ्रस्ट’ की कमी हो सकती है, लेकिन ये केवल संभावनाएं हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि तस्वीरों से ऐसा लगता है कि या तो फ्लैप ऊपर थे या उड़ान भरते वक्त लैंडिंग गियर नीचे था। दूसरे कमांडर ने उल्लेख किया कि जिस तरह से विमान नीचे गिरा, उससे संकेत मिलता है कि दोनों इंजन में ‘थ्रस्ट’ की कमी थी।
उन्होंने कहा कि ऐसा तब हो सकता है जब पक्षी के टकराने के कारण दोनों इंजन फेल हो गये हों। तीसरे कमांडर ने कहा कि विमान के दोनों इंजन की शक्ति कम हो गई होगी। उन्होंने कहा कि एक इंजन फेल हो सकता है और संभवतः उड़ान भरने के बाद लैंडिंग गियर को वापस नहीं खींचे जाने के कारण, दूसरे इंजन में पर्याप्त शक्ति नहीं रही होगी।
Plane Crash Reason in Ahmedabad: हालांकि ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि विमान का वजन अनुमेय सीमा से अधिक हो सकता था, लेकिन इस कमांडर ने कहा कि यदि ऐसा होता, तो ‘टेक-ऑफ’ संभव नहीं होता। विमान का वजन वी-1 गति या टेक-ऑफ गति निर्धारित करता है।
यदि गणना की गई गति आवश्यकता से कम है, तो इंजन विमान को हवा में उड़ते रहने के लिए संघर्ष करेंगे। विमान नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि उड़ान भरने के तुरंत बाद हवाई यातायात नियंत्रक को एक ‘मेडे कॉल’ दिया गया था, लेकिन उसके बाद हवाई यातायात नियंत्रक की ओर से की गई कॉल का विमान से कोई जवाब नहीं मिला।
डीजीसीए ने एक बयान में कहा, ‘‘रनवे 23 से प्रस्थान करने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर नीचे गिर गया।’’ एक वीडियो संदेश में एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) कैम्पबेल विल्सन ने कहा, ‘‘जांच में समय लगेगा लेकिन हम जितना कुछ कर सकते हैं, कर रहे हैं।’’