#SarkaronIBC24: हैदराबाद क्यों भेजे गए विधायक? क्या अभी भी कोई खेला होना बाकी है? ‘देखें सरकार’
jharkhand politics: आखिर हैदराबाद क्यों भेजे गए विधायक.. क्या अभी भी कोई खेला होना बाकी है.. सवाल ये भी हेमंत सोरेन का क्या होगा..जिन्हे 5 दिन के लिए ED की रिमांड पर भेज दिया गया..
#SarkaronIBC24: नईदिल्ली। झारखंड में सियासी ड्रामा जारी है.. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली.. नई सरकार को 10 दिनों में बहुमत साबित करना है. जैसे ही चंपई सोरेन सरकार की ताजपोशी हुई..दूसरी ओर गठबंधन दल के विधायक चार्टर्ड प्लैन से हैदराबाद रवाना हो गए.. अब सवाल ये है कि क्या झारखंड में चंपई सोरेन की सरकार को अभी भी खतरा है.. आखिर हैदराबाद क्यों भेजे गए विधायक.. क्या अभी भी कोई खेला होना बाकी है.. सवाल ये भी हेमंत सोरेन का क्या होगा..जिन्हे 5 दिन के लिए ED की रिमांड पर भेज दिया गया..
पिछले 3 दिन की सियासी उठापटक के बाद झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया.. आपके स्क्रीन पर नजर आ रही..दो तस्वीरों में से पहली तस्वीर चंपई सोरेन की है..जिन्होंने शुक्रवार को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.. वहीं दूसरी तस्वीर है पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की.. PMLA कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर ED को सौंप दिया..
इधर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद चंपई सोरेन ने कहा..राज्य के विकास के लिए हेमंत सोरेन ने जो काम शुरु किए हैं उसे पूरा करना प्राथमिकता है..
चंपई सोरेन ने दो विधायक आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता के साथ शपथ ली.. सोरेन सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा..शपथ के बाद हॉर्स ट्रेडिंग से बचने JMM गठबंधन के सभी विधायक चार्टर्ड प्लैन से हैदराबाद के लिए रवाना हो गए, इधऱ पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका देते हुए उनकी याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया.. हेमंत सरकार पर कार्रवाई और शपथ ग्रहण में हुई देरी पर इंडी गठबंधन के नेताओं ने सीधे मोदी सरकार पर निशाना साधा, तो बीजेपी की तरफ से भी तीखा पलटवार हुआ..
read more: इंडिगो का तीसरी तिमाही में लाभ दोगुना होकर 2,998 करोड़ रुपये पर
हेमंत सोरेन पर ED की कार्रवाई को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप से इतर बड़ा सवाल ये है कि..क्या झारखंड में जो राजनीतिक तूफान आया था…वो शांत हो गया, क्या सोरेन परिवार में जो कलह की चिंगारी भड़की थी, वो पूरी तरह बूझ गई..आखिर गठबंधन के विधायकों को रांची टू हैदराबाद क्यों शिफ्ट किया गया.. क्या अभी भी झारखंड में सियासी उलटफेर के आसार हैं.. बहरहाल तमाम सवालों और कयासों के के बीच चंपई सोरेन 10 दिन बाद बहुमत साबित करेंगे.. उसी दिन झारखंड की राजनीति का भविष्य तय होगा..
इलेक्शन डेस्क, आईबीसी 24
read more: टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में दोगुने से ज्यादा 7,100 करोड़ रुपये पर

Facebook



