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Tuhin Kanta Pandey SEBI: आईएएस तुहिन कान्त पांडेय ने संभाला SEBI चेयरमैन का पदभार.. मासिक सैलरी और सुविधाएँ जानकर आप भी रह जायेंगे हैरान..
केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में सेवा देने से पहले, तुहिन कांत पांडे ने ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य, सामान्य प्रशासन, वाणिज्यिक कर, परिवहन और वित्त विभागों में प्रशासनिक प्रमुख के रूप में कार्य किया।
Publish Date - March 1, 2025 / 03:44 PM IST,
Updated On - March 1, 2025 / 03:58 PM IST
IAS Tuhin Kanta Pandey SEBI || Image- Legel Era online
HIGHLIGHTS
IAS तुहिन कान्त पांडे बने SEBI अध्यक्ष, माधबी पूरी बुच का स्थान लिया
SEBI अध्यक्ष पद के लिए वित्त मंत्रालय ने जनवरी में आमंत्रित किए थे आवेदन
ओडिशा कैडर के 1987 बैच के IAS तुहिन कान्त पांडे का प्रशासनिक सफर प्रभावशाली
IAS Tuhin Kanta Pandey SEBI : मुंबई: ओडिशा कैडर के 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी तुहिन कांत पांडे ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष का पद संभाल लिया है। उन्होंने माधबी पूरी बुच का स्थान लिया है।
IAS Tuhin Kanta Pandey SEBI : वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने जनवरी में सेबी अध्यक्ष पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। विज्ञापन के अनुसार, सेबी अध्यक्ष को भारत सरकार के सचिव के समकक्ष वेतन मिलेगा, जो 5,62,500 रुपये प्रति माह (आवास और वाहन के बिना) है।
IAS Tuhin Kanta Pandey SEBI : केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में सेवा देने से पहले, तुहिन कांत पांडे ने ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य, सामान्य प्रशासन, वाणिज्यिक कर, परिवहन और वित्त विभागों में प्रशासनिक प्रमुख के रूप में कार्य किया। अपने प्रभावशाली प्रशासनिक करियर में, उन्होंने ओडिशा राज्य वित्त निगम के कार्यकारी निदेशक और ओडिशा लघु उद्योग निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
#WATCH | मुंबई: IAS अधिकारी तुहिन कांत पांडे ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। pic.twitter.com/PtSZUesSZE
तुहिन कान्त पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने SEBI के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला है।
2. SEBI के अध्यक्ष का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
SEBI के अध्यक्ष का कार्यकाल अधिकतम 5 वर्षों का होता है या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो।
3. SEBI क्या है और इसका मुख्य कार्य क्या है?
SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) भारत में पूंजी बाजार को नियंत्रित करने वाला प्रमुख संस्थान है, जिसका मुख्य कार्य निवेशकों की सुरक्षा और बाजार के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करना है।
4. तुहिन कान्त पांडे इससे पहले कौन-कौन से पदों पर रहे हैं?
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण विभागों जैसे वित्त मंत्रालय, ओडिशा सरकार के वाणिज्यिक कर, परिवहन, वित्त विभाग, ओडिशा वित्त निगम और ओडिशा लघु उद्योग निगम में प्रमुख भूमिकाएँ निभाई हैं।
5. तुहिन कान्त पांडे ने SEBI चेयरमैन के रूप में किसका स्थान लिया है?
उन्होंने माधबी पूरी बुच का स्थान लिया है, जो SEBI की पहली महिला अध्यक्ष थीं।