नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) ऑनलाइन खरीद-बिक्री की सुविधा देने वाली प्रमुख कंपनी अमेजन इंडिया ने जीएसटी में व्यापक सुधारों के तहत स्वीकृत दो-स्तरीय कर ढांचे की सराहना की है। उसने इसे ‘बेहद प्रगतिशील सुधार’ बताते हुए छोटे विक्रेताओं के लिए ‘पासा पलटने वाला’ कदम बताया है।
साथ ही, कंपनी ने उम्मीद जतायी है कि इसका ग्राहकों और विक्रेता परिवेश पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
जीएसटी परिषद ने माल एवं सेवा कर के चार स्लैब की जगह दो स्लैब करने का फैसला किया है। अब कर की दरें पांच और 18 प्रतिशत होंगी जबकि विलासिता एवं सिगरेट जैसी अहितकर वस्तुओं पर 40 प्रतिशत की विशेष दर लागू होगी। सिगरेट, तंबाकू और अन्य संबंधित वस्तुओं को छोड़कर नई कर दरें 22 सितंबर से प्रभावी हो जाएंगी।
अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष (श्रेणी) सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि नई जीएसटी व्यवस्था मझोले और छोटे शहरों के विक्रेताओं के लिए डिजिटल कारोबार को पूरी तरह से लोकतांत्रिक बनाती है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘सरकार ने जो किया है वह एक बेहद प्रगतिशील सुधार है। इसका ग्राहकों, विक्रेता परिवेश और समग्र अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। दरों में कमी के कारण, विक्रेता और ब्रांड बेहतर सौदे पेश कर सकते हैं।’’
श्रीवास्तव ने कहा कि अमेजन इंडिया ने संशोधित जीएसटी दरों को शामिल करने के लिए अपने आंतरिक प्रणाली में बदलाव करना शुरू कर दिया है।
अमेजन के प्रमुख वार्षिक सेल 23 सितंबर से शुरू होने वाले ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ को देखते हुए, श्रीवास्तव ने कहा कि जीएसटी में बदलाव के साथ, ग्राहक एक लाख से ज्यादा उत्पादों पर साल की सबसे कम कीमतों की उम्मीद कर सकते हैं।
अमेजन इंडिया ने मांग में अनुमानित वृद्धि को पूरा करने के लिए अकेले इस वर्ष 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। यह निवेश डिलिवरी और पूर्ति केंद्र सहयोगियों की बेहतरी, क्षमता विस्तार और प्रौद्योगिकी एकीकरण पर केंद्रित है। कंपनी ने हाल के महीनों में 45 नए डिलिवरी केंद्र भी खोले हैं।
अमेजन ने अपनी त्वरित वाणिज्य सेवा ‘अमेजन नाउ’ भी शुरू की है। यह वर्तमान में दिल्ली और बेंगलुरु के चुनिंदा ‘पिन कोड’ में उपलब्ध है।
श्रीवास्तव ने कहा कि रोजमर्रा की आवश्यक जरूरतों पर केंद्रित इस सेवा को ग्राहक पसंद कर रहे हैं और और इसका आने वाले समय में ‘बहुत तेजी से’ विस्तार होगा।
भाषा रमण अजय
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