ठंड में वैश्विक मांग बढ़ने से आया रसोई गैस के दामों में उछाल : पेट्रोलियम मंत्री प्रधान

ठंड में वैश्विक मांग बढ़ने से आया रसोई गैस के दामों में उछाल : पेट्रोलियम मंत्री प्रधान

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  • Publish Date - December 16, 2020 / 01:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 16 दिसंबर (भाषा) भारत में रसोई गैस के दामों में मौजूदा उछाल को अंतरराष्ट्रीय बाजार के कारकों से जोड़ते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि ठंड के मौसम के दौरान वैश्विक मांग में इजाफे के चलते देश में भी इस घरेलू ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं।

उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में देश में रसोई गैस के दाम कम हो जाएंगे।

रसोई गैस की बढ़ती महंगाई के बारे में पूछे जाने पर प्रधान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘देश में रसोई गैस के दाम लगातार नहीं बढ़ रहे हैं। हालांकि, मैं स्वीकार करता हूं कि इस महीने रसोई गैस की कीमतें बढ़ी हैं।’

उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में ठंड के मौसम के दौरान एलपीजी (रसोई गैस) की खपत बढ़ जाती है। समय-समय पर एलपीजी की मांग बढ़ने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके दामों में इजाफा हो जाता है। नतीजतन महंगे दामों पर आयात के चलते भारत में भी ग्राहकों के लिए इसके दामों वृद्धि करनी पड़ती है।’

पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, ‘आने वाले दिनों में देश में एलपीजी की कीमतें फिर घट जाएंगी।’

प्रधान, केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के समर्थन में भाजपा के आयोजित संभागीय किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने इंदौर आए थे। उन्होंने सम्मेलन में यह भी बताया कि तेल विपणन कम्पनियां मध्यप्रदेश में हर साल 65,000 करोड़ रुपये का पेट्रोल-डीजल बेचती हैं।

प्रधान ने बताया, ‘आयातित पेट्रोलियम पदार्थों पर निर्भरता घटाने के लिए हमने अगले 10 साल के दौरान राज्य में पराली और अन्य कृषि अपशिष्टों के साथ ही शहरी घरों से निकलने वाले कचरे से करीब 10,000 करोड़ रुपये के ईंधन बनाने का लक्ष्य तय किया है।’

भाषा हर्ष अर्पणा मनोहर

मनोहर