नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) भारत और अर्जेंटीना ने कृषि अनुसंधान, क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए तीन साल की कार्य योजना पर हस्ताक्षर किए हैं।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि वर्ष 2025-27 की कार्य योजना पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और अर्जेंटीना के राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएनटीए) के बीच हस्ताक्षर किए गए।
आईसीएआर के महानिदेशक एम एल जाट और अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो ऑगस्टिन कौसिनो ने बुधवार को कार्य योजना का आदान-प्रदान किया।
इस योजना को संयुक्त अनुसंधान, जर्मप्लाज्म आदान-प्रदान, विशेषज्ञ जुड़ाव और सुव्यवस्थित प्रशिक्षण और अध्ययन यात्राओं के माध्यम से लागू किया जाएगा।
जर्मप्लाज्म आदान-प्रदान में सोयाबीन, सूरजमुखी, मक्का, ब्लूबेरी, खट्टे फल, जंगली पपीते की प्रजातियां, अमरूद और चुनिंदा सब्जी फसलें शामिल होंगी।
पौधों और पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में, इसमें क्षेत्र-विशिष्ट खुरपका एवं मुंहपका रोग (एफएमडी) उन्मूलन रणनीतियों और तकनीकी आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के माध्यम से टिड्डी निगरानी और प्रबंधन पर सहयोग शामिल है।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने भारत-अर्जेंटीना वैज्ञानिक साझेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और प्रभावी कार्यान्वयन और प्रगति सुनिश्चित करने के लिए वार्षिक निगरानी और समीक्षा पर सहमति व्यक्त की।
भाषा राजेश राजेश रमण
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