इंडिया रेटिंग्स ने दूसरी छमाही के लिये बैंकिंग क्षेत्र का परिदृश्य बदलकर नकारात्मक किया

इंडिया रेटिंग्स ने दूसरी छमाही के लिये बैंकिंग क्षेत्र का परिदृश्य बदलकर नकारात्मक किया

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  • Publish Date - September 18, 2020 / 12:52 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:38 PM IST

मुंबई, 18 सितंबर (भाषा) घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में वृद्धि, कर्ज की लागत तथा कमजोर वित्तीय प्रदर्शन की आशंका को लेकर देश के बैंकिंग क्षेत्र का परिदृश्य चालू वित्तवर्ष की दूसरी छमाही के लिये स्थिर से बदलकर नकारात्मक कर दिया।

एजेंसी का मानना है कि कॉरपोरेट क्षेत्र से चालू वित्त वर्ष में 3.3 लाख करोड़ रुपये से 6.3 लाख करोड़ रुपये तक के ऋण का पुनर्गठन किया जा सकता है।

एजेंसी ने कहा, ‘‘एनपीए में वृद्धि, कर्ज की लागत बढ़ने तथा कमजोर वित्तीय प्रदर्शन की आशंकाओं को लेकर देश के बैंकिंग क्षेत्र का परिदृश्य स्थिर से बदलकर चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिये नकारात्मक कर दिया गया है।’’

एजेंसी ने सरकारी बैंकों के लिये परिदृश्य को स्थिर से बदलकर चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिये नकारात्मक कर दिया। हालांकि उसने निजी बैंकों का परिदृश्य स्थिर बनाये रखा। उसका कहना है कि निजी क्षेत्र के बैंक महामारी की चुनौतियों से निपटने के मामले में बेहतर स्थिति में हैं।

भाषा

सुमन महाबीर

महाबीर