मुंबई, 29 अप्रैल (भाषा) पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि भारत समावेशी वैश्विक ऊर्जा भविष्य के निर्माण के लिए ‘खुले तौर पर सहयोग’ करने के लिए तैयार है।
पुरी ने यहां भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि यह गलियारा एक वैश्विक ऊर्जा पुल के रूप में भारत की भूमिका का प्रतिनिधित्व करता है।
उन्होंने कहा, ‘भारत जिम्मेदारी से नेतृत्व करने, खुले तौर पर सहयोग करने और टिकाऊ निर्माण करने के लिए तैयार है क्योंकि हम एक समावेशी वैश्विक ऊर्जा भविष्य का निर्माण करते हैं।’
मंत्री ने कहा कि आईएमईसी केवल एक परिवहन गलियारा न होकर प्राचीन समय के प्राथमिक यात्रा गलियारा ‘स्वर्णिम मार्ग’ को ‘पुनर्जीवित’ करने का प्रयास भी है।
पुरी ने कहा कि भारत का लक्ष्य इस मंच के जरिये ऊर्जा, व्यापार और डिजिटल बुनियादी ढांचे को एकीकृत करने के साथ समुद्र के नीचे केबल और हाइड्रोजन पाइपलाइन जैसे स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने का भी है।
उन्होंने कहा कि देश ने कच्चे तेल का आयात जारी रखने के साथ अपने ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाई है और दुनिया भर में साझेदारी को मजबूत किया है।
पुरी ने कहा कि सरकार घरेलू ऊर्जा उत्पादन को भी बढ़ावा दे रही है, एथनॉल मिश्रण को बढ़ावा दे रही है और हरित हाइड्रोजन कर दिशा में कदम उठाने को लेकर अग्रणी है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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