देश का वनस्पति तेल आयात नवंबर में 28 प्रतिशत गिरकर 11.83 लाख टन पर

देश का वनस्पति तेल आयात नवंबर में 28 प्रतिशत गिरकर 11.83 लाख टन पर

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  • Publish Date - December 15, 2025 / 03:26 PM IST,
    Updated On - December 15, 2025 / 03:26 PM IST

नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) देश का वनस्पति तेल आयात नवंबर महीने में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत की तेज गिरावट के साथ 11.83 लाख टन रह गया। यह गिरावट मुख्य रूप से रिफाइंड पामोलीन के आयात में भारी कमी आने से आई है। उद्योग निकाय एसईए ने सोमवार को यह जानकारी दी।

तेल एवं तिलहन उद्योगों के संगठन ‘सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स ऑफ इंडिया’ (एसईए) ने कहा कि नए तेल सत्र नवंबर 2025-अक्टूबर 2026 के पहले महीने नवंबर में दुनिया के सबसे बड़े वनस्पति तेल आयातक भारत ने खाद्य और गैर-खाद्य तेल मिलाकर 11.83 लाख टन का आयात किया, जबकि नवंबर 2024 में यह आंकड़ा 16.50 लाख टन था।

कुल पाम तेल आयात भी नवंबर महीने में 25 प्रतिशत घटकर 6.32 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 8.42 लाख टन था। खासकर खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले आरबीडी पामोलीन का आयात तेज गिरावट के साथ नवंबर में मात्र 3,500 टन रहा, जबकि पिछले साल इसी महीने यह 2.85 लाख टन था।

कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात भी घटकर 1.42 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले 3.40 लाख टन था। वहीं, कच्चे सोयाबीन तेल का आयात 4.07 लाख टन से घटकर 3.70 लाख टन हो गया। कच्चे पाम कर्नेल तेल का आयात भी घटकर 1,850 टन रह गया, जबकि पिछले साल यह 10,147 टन था।

हालांकि, कच्चे पाम तेल का आयात बढ़कर 6.26 लाख टन हो गया, जो एक साल पहले 5.47 लाख टन था। इसी तरह कैनोला तेल का आयात भी बढ़कर 5,000 टन रहा, जो पिछले वर्ष मात्र 22 टन था।

एसईए के मुताबिक, गैर-खाद्य तेलों का आयात नवंबर में घटकर 32,877 टन रह गया।

एसईए ने कहा कि आरबीडी पामोलीन और कच्चे पाम तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता इंडोनेशिया एवं मलेशिया हैं। नवंबर में मलेशिया से 3,01,273 टन कच्चा पाम तेल आया, जबकि इंडोनेशिया से 1,23,456 टन कच्चा पाम तेल और 3,500 टन आरबीडी पामोलीन आयात किया गया।

इस बीच, रबी तिलहन फसलों की बुवाई पांच दिसंबर तक 2.40 प्रतिशत बढ़कर 84.14 लाख हेक्टेयर हो गई। सरसों-रेपसीड का रकबा भी 3.45 प्रतिशत बढ़कर 79.88 लाख हेक्टेयर पहुंच गया।

एसईए के मुताबिक, एक दिसंबर तक कुल खाद्य तेल भंडार घटकर 16.23 लाख टन रह गया, जो एक महीने पहले 17.31 लाख टन था।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण