ढांचागत सुविण्धाओं, श्रमबल को सुसंगत बनाने का प्रयास कर रहे हैं वाहन डीलर: फाडा

ढांचागत सुविण्धाओं, श्रमबल को सुसंगत बनाने का प्रयास कर रहे हैं वाहन डीलर: फाडा

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  • Publish Date - September 24, 2020 / 12:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:12 PM IST

नयी दिल्ली, 24 सितंबर (भाषा) फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने कहा है कि चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के बीच डीलर अपनी संपत्तियों और श्रमबल को सुसंगत करने का प्रयास कर रहे हैं।

वाहन डीलरों के इस संगठन ने कहा कि मौजूदा परिस्थतियों में बड़े शहरों की डीलरशिप पर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के आउटलेट की तुलना में अधिक दबाव है।

फाडा के अध्यक्ष विन्केश गुलाटी ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘डीलर अब छोटे स्थानों की ओर रुख करने की तैयारी कर रहे हैं, जहां उन्हें कम किराया देना पड़ेगा। इसके अलावा वे इस चुनौतीपूर्ण समय में अपने श्रमबल को भी सुसंगत बनाने का भी प्रयास कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि कारोबार को टिकाऊ बनाने के लिए फाडा वाहन कंपनियों से बात कर रही है, जिससे त्योहारी सीजन के दौरान वाहन भंडार को संतुलित रखा जा सके और डीलरों के पास वाहनों का बड़ा भंडार जमा नहीं हो। पिछले दो साल के दौरान ऐसा ही देखने को मिला था।

गुलाटी ने कहा, ‘‘हम त्योहारी सीजन के दौरान वाहनों के बड़े भंडारण से बचने के लिए सियाम और वाहन कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं। हम पिछले दो वर्षों जैसी स्थिति में फिर नहीं पहुंचना चाहते।’’

फाडा ने कहा कि कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान किया मोटर्स और टोयोटा किर्लोस्कर यात्री वाहन खंड में डीलरों की उम्मीदों को अन्य की तुलना में अधिक बेहतर तरीके से पूरा कर पाईं।

फाडा ने प्रेमॉनएशिया के साथ मिलकर मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) द्वारा कोविड-19 के दौरान डीलर भागीदारों को दिए गए समर्थन पर जुलाई-अगस्त के दौरान सर्वे कराया था।

गुलाटी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी से पहले ही भारतीय वाहन उद्योग सुस्ती से जूझ रहा था। वास्तव में पिछले 15 माह से हमारी वृद्धि नकारात्मक थी। इसके बाद कोविड-19 संक्रमण से वाहन उद्योग विशेषरूप से वाहन डीलरों को बड़ा झटका लगा।’’

उन्होंने कहा कि ऐसे संकट के समय कई ओईएम ने विभिन्न तरीकों से डीलरों को समर्थन दिया। फाडा ने इसी के मद्देनजर यह सर्वे किया।

भाषा अजय

अजय महाबीर

महाबीर