नई दिल्ली। Passenger Name Record Information: ट्रेन में चढ़ते ही हर यात्री की पहचान उसके पीएनआर नंबर से की जाती है। नंबर में आपकी यात्रा के बारे में सारी जानकारी होती है, जिसमें यह भी शामिल होता है कि आपका टिकट कन्फर्म है, प्रतीक्षा सूची में है या आरक्षित श्रेणी सीटिंग है। बता दे कि पैसेंजर नेम रिकॉर्ड नंबर, जो एक ऑनलाइन टिकट के टॉप सेंटर पर या एक ऑफलाइन टिकट के टॉप लेफ्ट की ओर होता, आईआरसीटीसी द्वारा तब जनरेट होता है जब कोई यात्री पूरे भारत में यात्रा के लिए ट्रेन टिकट बुक करता है।
Passenger Name Record Information: दरअसल, यह एक अद्वितीय 10-अंकीय संख्या है जो पुष्टि करती है कि यात्री का टिकट आरक्षित कर दिया गया है। इस वैध टिकट के साथ वह अपने गंतव्य स्टेशन पर जा सकता है। जानकारी के लिए बता दे कि ट्रिप खत्म होते ही पीएनआर की वैलिडिटी भी खत्म हो जाती है। एक बार जब ट्रेन अंतिम स्टेशन पर पहुंच जाती है, तो पीएनआर शून्य हो जाता है और इसे दूसरी यात्रा के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से हटाए जाने से पहले भारतीय रेलवे द्वारा उत्पन्न PNR नंबर को कम से कम नौ महीने तक फ़ाइल में रखा जाता है।
यात्री जानकारी (नाम, आयु, लिंग, जन्म तिथि)
टिकट की जानकारी (यात्रा की तारीख, स्रोत स्टेशन, गंतव्य स्टेशन, बर्थ नंबर, कोटा, आईडी प्रूफ नंबर, बुक किए गए टिकट की श्रेणी आदि)
लेन-देन की जानकारी।
CNF का अर्थ है पुष्टि।
RAC का मतलब है रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन।
WL प्रतीक्षा सूची का संक्षिप्त नाम है।
GNWL सामान्य प्रतीक्षा सूची को संदर्भित करता है।