एनटीपीसी, आईआईएफएम ने नर्मदा बेसिन में प्रकृति बहाली परियोजना के क्रियान्वयन के लिये समझौता किया

एनटीपीसी, आईआईएफएम ने नर्मदा बेसिन में प्रकृति बहाली परियोजना के क्रियान्वयन के लिये समझौता किया

एनटीपीसी, आईआईएफएम ने नर्मदा बेसिन में प्रकृति बहाली परियोजना के क्रियान्वयन के लिये समझौता किया
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: December 7, 2020 2:30 pm IST

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी और भोपाल स्थित भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (आईआईएफएम) ने मध्य प्रदेश में नर्मदा क्षेत्र में प्राकृतिक परिदृश्य की बहाली परियोजना के क्रियान्वयन के लिये समझौता किया है।

परियोजना का मकसद नर्मदा बेसिन में ‘सतत परिदृश्य गतिविधियों’ को बनाये रखना है।

बिजली मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एनटीपीसी लि. और आईआईएफएम ने नर्मदा प्रकृति छबि बहाली परियोजना (एनएलआरपी) के क्रियान्वयन को लेकर समझाौता ज्ञापन पर चार दिसंबर को हस्ताक्षर किये।

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बयान के अनुसार चार साल की परियोजना का क्रियान्वयन मध्य प्रदेश के खरगौन जिले, ओमकारेश्वर और महेश्वर बांध के बीच नर्मदा नदी की चुनिंदा सहायक नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में किया जाएगा।

मंत्रालय ने कहा कि कार्यक्रम में एनटीपीसी और संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी की भागीदारी है। दोनों इसमें समान अनुपात में सहायता अनुदान देंगी।

एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक एस एम चौधरी ने कहा कि परियोजना से खरगौन जिले में नर्मदा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में किसानों, वन समुदाय के साथ महिलाओं को लाभ होगा।

आईआईएफएम के निदेशक पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि परियोजना से जल क्षेत्रों के बेहतर प्रबंधन में मददमिलेगी और इससे पानी की गुणवत्ता को भी बनाये रखा जा सकेगा। यह परियोजना स्मार्ट सिटी मिशन को पूरा करने में भी मददगार होगी।

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर


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