(तस्वीर के साथ)
मुंबई, सात फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के बाद शुक्रवार को रुपया अपने सर्वकालिक निचले बंद भाव से 15 पैसे चढ़कर 87.44 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया। मई 2020 के बाद यह पहली कटौती थी और करीब ढाई साल के बाद पहली बार इसमें बदलाव किया गया है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.57 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान इसने डॉलर के मुकाबले 87.33 के उच्च स्तर तथा 87.57 के निचले स्तर को छुआ। रुपया अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.44 (अस्थायी) पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 15 पैसे की वृद्धि दर्शाता है।
रुपया बृहस्पतिवार को 16 पैसे की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर 87.59 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ हमें कमजोर घरेलू बाजारों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग के कारण रुपये के नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करते रहने की आशंका है। अमेरिकी व्यापार शुल्कों को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति भी रुपये पर दबाव डाल सकती है।’’
चौधरी ने कहा कि आरबीआई के रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.5 प्रतिशत से 6.25 प्रतिशत कर दिया जाना बाजार की उम्मीदों के अनुरूप है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इससे बाजार के रुख में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 107.64 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.96 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 3,549.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका पाण्डेय
पाण्डेय