एसएएमआईएल 18.4 करोड़ डॉलर में जापान की युताका गिकेन में 81 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी

एसएएमआईएल 18.4 करोड़ डॉलर में जापान की युताका गिकेन में 81 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी

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  • Publish Date - August 29, 2025 / 11:08 AM IST,
    Updated On - August 29, 2025 / 11:08 AM IST

नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) वाहन कलपुर्जा बनाने वाली कंपनी संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड ने जापान की युताका गिकेन कंपनी लिमिटेड में 81 प्रतिशत हिस्सेदारी 18.4 करोड़ डॉलर (1,610 करोड़ रुपये से अधिक) में खरीदने की शुक्रवार को घोषणा की। इस कंपनी में होंडा बहुलांश शेयरधारक है।

संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड (एसएएमआईएल) ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी के निदेशकों ने 29 अगस्त 2025 को आयोजित अपनी बैठक में युताका गिकेन कंपनी लिमिटेड (वाईजीसीएल) में वोटिंग अधिकारों के साथ 81 प्रतिशत हिस्सेदारी और अपनी अप्रत्यक्ष पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी मदरसन ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स बीवी (एमजीआई बीवी) के जरिये शिनीची कोग्यो कंपनी लिमिटेड (शिनीची) में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने पर विचार किया एवं उसे मंजूरी दी।

एसएएमआईएल ने बताया कि वाईजीसीएल टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध एक कंपनी है। होंडा मोटर कंपनी लिमिटेड (होंडा) के पास वर्तमान में इसमें 69.66 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष हिस्सेदारी जनता के पास है। सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद होंडा के पास वाईजीसीएल में शेष 19 प्रतिशत वोटिंग अधिकार शेयर बने रहेंगे।

इसमें कहा गया, ‘‘ 81 प्रतिशत शेयरधारिता के लिए कुल अपेक्षित नकदी बहिर्वाह 27 अरब येन (18.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर) है।’’

कंपनी ने हालांकि शिनीची में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए व्यय का खुलासा नहीं किया, जो कि 62 प्रतिशत स्वामित्व वाली वाईजीसीएल की एक अनुषंगी कंपनी है।

वाईजीसीएल धातु घटकों के उत्पादन में लगी हुई है, जिसमें मोटर के लिए रोटर एवं स्टेटर संयोजन, ड्राइव सिस्टम, ब्रेक सिस्टम और थर्मल प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं।

एसएएमआईएल ने कहा कि लेनदेन के हिस्से के रूप में वह सीधे या अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी के माध्यम से युताका ऑटोपार्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (युताका इंडिया) में 100 प्रतिशत शेयर और मतदान अधिकार भी हासिल करेगी।

कंपनी ने कहा कि अधिग्रहण के लिए जापान, अमेरिका, चीन, ब्राजील और मैक्सिको के प्राधिकारियों से विनियामक मंजूरी की आवश्यकता है। सभी शर्तों के संतोषजनक पूरा होने पर अंतिम समापन वित्त वर्ष 2026-27 की पहली तिमाही तक होने की उम्मीद है।

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा