इस साल मानसून में नहीं होगी कोयले की कमी: रेड्डी

इस साल मानसून में नहीं होगी कोयले की कमी: रेड्डी

  •  
  • Publish Date - May 8, 2025 / 04:47 PM IST,
    Updated On - May 8, 2025 / 04:47 PM IST

नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस साल मानसून के सीजन में देश को कोयले की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि सरकार बिजली क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

मानसून के दौरान कोयले के उत्पादन में आमतौर पर रुकावटें आती हैं। नतीजतन खदानों से उत्पादन कम होता है, जिसका असर बिजली संयंत्रों को भेजे जाने वाले कोयले पर पड़ता है।

मंत्री ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा, “इस मानसून में (कोयले की) कोई कमी नहीं होगी क्योंकि मंत्रालय पूरी तरह तैयार है। हमारे पास एक महीने का कोयला भंडार तैयार है…हम देश को कोयला उपलब्ध कराने के लिए समर्पण के साथ काम करेंगे। हम देश को कोयले की कमी से जूझने नहीं देंगे।”

मंत्री ने बुधवार को सभी सार्वजनिक उपक्रमों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकार बिजली सहित विभिन्न क्षेत्रों से कोयले की मांग को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है। कोयले का आयात कम हो गया है तथा आने वाले दिनों में इसमें और कमी आएगी।

देश का घरेलू कोयला उत्पादन अप्रैल में 3.6 प्रतिशत बढ़कर 8.15 करोड़ टन हो गया।

पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में भारत का घरेलू कोयला उत्पादन 7.87 करोड़ टन था।

कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा, “अप्रैल, 2025 के दौरान भारत में कुल कोयला उत्पादन 8.15 करोड़ टन (अस्थायी) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष इसी माह में 7.87 करोड़ टन था।”

पिछले महीने के दौरान निजी उपयोग की और अन्य खदानों से उत्पादन 1.45 करोड़ टन (अस्थायी) रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में दर्ज 1.14 करोड़ टन था।

यह उछाल देश के समग्र कोयला उत्पादन में निजी खनन के बढ़ते योगदान को दर्शाता है।

भाषा अनुराग अजय

अजय