(India-US LPG Deal, Image Credit: IBC24 News)
नई दिल्ली: India-US LPG Deal: केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को ऐलान किया कि भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका से एलपीजी आयात करने के लिए एक साल का समझौता किया है। इस डील का उद्देश्य भारत में एलपीजी की पर्याप्त और किफायती आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया पोस्ट में इसे ‘ऐतिहासिक पहल’ बताया और कहा कि भारत अमेरिका के लिए अपने एलपीजी बाजार को खोल रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस कदम से हम एलपीजी सोर्सिंग में विविधता ला रहे हैं और देशवासियों को सुरक्षित और किफायती गैस उपलब्ध कराते रहेंगे।’ इस डील के तहत भारत लगभग 2.2 मिलियन टन एलपीजी अमेरिका से आयात करेगा, जो देश के वार्षिक एलपीजी इंपोर्ट का करीब 10 प्रतिशत है।
A historic first!
One of the largest and the world’s fastest growing LPG market opens up to the United States.
In our endeavour to provide secure affordable supplies of LPG to the people of India, we have been diversifying our LPG sourcing.
In a significant development,…
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) November 17, 2025
उन्होंने बताया कि यह भारतीय बाजार के लिए अमेरिकी एलपीजी से जुड़ा पहला लॉन्ग-टर्म कांट्रैक्ट है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) की टीमों ने अमेरिकी उत्पादकों के साथ कई दौर की बातचीत की, जिसमें हाल के महीनों में कई बार अमेरिका का दौरा भी शामिल था।
पुरी ने कहा कि पिछले साल वैश्विक स्तर पर एलपीजी की कीमतों में 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, फिर भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत घरेलू उपयोगकर्ताओं को प्रति सिलेंडर केवल 500-550 रुपये का भुगतान करना पड़ा। सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मूल्य झटकों से आम लोगों को बचाने के लिए 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ उठाया।
यह डील न केवल भारत की एलपीजी आपूर्ति को मजबूत करेगी, बल्कि घरेलू बाजार में कीमतों को स्थिर रखने में भी मदद करेगी। अमेरिका से एलपीजी इंपोर्ट करने से भारत की सोर्सिंग विविधता बढ़ेगी और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सिलेंडर की उपलब्धता में कमी नहीं होगी।