भारत में LPG सिलेंडर होगा सस्ता!.. मोदी सरकार के इस फैसले से मिल सकती है आम लोगों को महंगाई से बड़ी राहत, जानें कितने कम हो सकते है दाम

भारत और अमेरिका के बीच एलपीजी को लेकर लॉन्ग-टर्म डील हुई है, जो देश में एलपीजी की सप्लाई बढ़ाने और कीमतों में कटौती में मदद करेगी। यह समझौता भारत की घरेलू गैस उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा और आम जनता के लिए सिलेंडर सस्ते होने की संभावना बढ़ाएगा।

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  • Publish Date - November 17, 2025 / 12:12 PM IST,
    Updated On - November 17, 2025 / 12:46 PM IST

(India-US LPG Deal, Image Credit: IBC24 News)

HIGHLIGHTS
  • भारत ने अमेरिका से पहली बार लॉन्ग-टर्म एलपीजी डील की।
  • डील के तहत 2.2 मिलियन टन एलपीजी प्रति वर्ष भारत आएगा।
  • यह एलपीजी आपूर्ति में 10% की हिस्सेदारी रखती है।

नई दिल्ली: India-US LPG Deal: केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को ऐलान किया कि भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका से एलपीजी आयात करने के लिए एक साल का समझौता किया है। इस डील का उद्देश्य भारत में एलपीजी की पर्याप्त और किफायती आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

ऐतिहासिक पहल के रूप में डील

हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया पोस्ट में इसे ‘ऐतिहासिक पहल’ बताया और कहा कि भारत अमेरिका के लिए अपने एलपीजी बाजार को खोल रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस कदम से हम एलपीजी सोर्सिंग में विविधता ला रहे हैं और देशवासियों को सुरक्षित और किफायती गैस उपलब्ध कराते रहेंगे।’ इस डील के तहत भारत लगभग 2.2 मिलियन टन एलपीजी अमेरिका से आयात करेगा, जो देश के वार्षिक एलपीजी इंपोर्ट का करीब 10 प्रतिशत है।

 

डील का स्वरूप

उन्होंने बताया कि यह भारतीय बाजार के लिए अमेरिकी एलपीजी से जुड़ा पहला लॉन्ग-टर्म कांट्रैक्ट है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) की टीमों ने अमेरिकी उत्पादकों के साथ कई दौर की बातचीत की, जिसमें हाल के महीनों में कई बार अमेरिका का दौरा भी शामिल था।

वैश्विक कीमतों में तेजी बाद भी घरेलू उपभोक्ता को किफायती

पुरी ने कहा कि पिछले साल वैश्विक स्तर पर एलपीजी की कीमतों में 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, फिर भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत घरेलू उपयोगकर्ताओं को प्रति सिलेंडर केवल 500-550 रुपये का भुगतान करना पड़ा। सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मूल्य झटकों से आम लोगों को बचाने के लिए 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ उठाया।

भारत में एलपीजी आपूर्ति होगी मजबूत

यह डील न केवल भारत की एलपीजी आपूर्ति को मजबूत करेगी, बल्कि घरेलू बाजार में कीमतों को स्थिर रखने में भी मदद करेगी। अमेरिका से एलपीजी इंपोर्ट करने से भारत की सोर्सिंग विविधता बढ़ेगी और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सिलेंडर की उपलब्धता में कमी नहीं होगी।

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भारत ने किस देश के साथ एलपीजी डील की है?

भारत ने अमेरिका के साथ लॉन्ग-टर्म एलपीजी इंपोर्ट डील की है।

इस डील का उद्देश्य क्या है?

देश में एलपीजी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना और कीमतों को किफायती बनाना।

डील में कितनी एलपीजी की आपूर्ति तय हुई है?

लगभग 2.2 मिलियन टन प्रति वर्ष, जो भारत के कुल एलपीजी इंपोर्ट का 10% है।

क्या यह डील पहली बार हुई है?

हाँ, यह अमेरिकी एलपीजी से भारत के लिए पहला लॉन्ग-टर्म कांट्रैक्ट है।

सरकार की किफायती गैस नीति में इस डील का क्या महत्व है?

यह डील एलपीजी की स्थिर आपूर्ति और घरेलू कीमतों को नियंत्रित रखने में मदद करेगी।