Ambikapur News: शादी के बहाने प्रेमी ने रचा खौफनाक प्लान, पुलिस को मिला एक सुराग… और पूरा मामला पलट गया, जानिए पूरी कहानी

Ambikapur News: शादी के बहाने प्रेमी ने रचा खौफनाक प्लान, पुलिस को मिला एक सुराग… और पूरा मामला पलट गया, जानिए पूरी कहानी

  • Reported By: Abhishek Soni

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  • Publish Date - November 17, 2025 / 04:02 PM IST,
    Updated On - November 17, 2025 / 04:04 PM IST

Ambikapur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • शादी का झांसा देकर युवती से दरिंदगी
  • 39 वर्षीय आरोपी चंद्रपुर से दबोचा
  • फरार आरोपी की घेराबंदी कर बड़ी गिरफ्तारी

अंबिकापुर : Ambikapur News:  सरगुजा जिले की सीतापुर पुलिस ने शादी का झाँसा देकर एक युवती के साथ कई बार ज़बरन दुष्कर्म करने वाले फरार आरोपी को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक रिमांड पर सेंट्रल जेल अंबिकापुर भेज दिया है।

शादी का झांसा देकर युवती से दरिंदगी (Ambikapur Rape News)

जानकारी देते हुए सीतापुर थाना प्रभारी सी.आर. चंद्रा ने बताया कि बीते सितंबर माह में सीतापुर थाना क्षेत्र की एक युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि थाना क्षेत्र के ग्राम बालमपुर निवासी 39 वर्षीय हीरालाल गिरी ने उससे पहचान बढ़ाकर शादी का झाँसा दिया। झाँसे में रखकर वह युवती के साथ कई बार ज़बरन दुष्कर्म करता रहा। जब पीड़िता ने शादी के लिए दबाव बनाया, तो आरोपी ने उसे धमकाया और फरार हो गया। पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी हीरालाल गिरी के खिलाफ सितंबर माह में ही नामजद FIR दर्ज कर विवेचना शुरू की।

कैसे मिला आरोपी का छिपने का ठिकाना? (Ambikapur Crime News)

Ambikapur News:  आरोपी का सीडीआर प्राप्त होने के बाद पता चला कि वह पहले रायगढ़, फिर शक्ति और बाद में चंद्रपुर की ओर छिपा हुआ था। इसके बाद सीतापुर पुलिस ने टीम तैयार कर चंद्रपुर इलाके में घेराबंदी की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया। इसके बाद आरोपी हीरालाल गिरी को न्यायिक रिमांड पर सीतापुर पुलिस ने सेंट्रल जेल अंबिकापुर भेज दिया है और पूरे मामले में आगे की तफ्तीश शुरू कर दी है।

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“शादी का झाँसा देकर दुष्कर्म” मामले में क्या पुलिस तुरंत FIR दर्ज करती है?

हाँ, ऐसे मामले गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं और पुलिस पीड़ित की शिकायत मिलने पर तुरंत FIR दर्ज करती है।

“दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी” में CDR का क्या महत्व होता है?

CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से आरोपी की लोकेशन और मूवमेंट का पता चलता है, जिससे पुलिस को उसे पकड़ने में बड़ी मदद मिलती है।

“न्यायिक रिमांड” का क्या मतलब होता है?

न्यायिक रिमांड का अर्थ है कि आरोपी को अदालत के आदेश से जेल (ज्यूडिशियल कस्टडी) भेज दिया जाता है, जहाँ वह न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने तक रहता है।