Reported By: Abhishek Soni
,Ambikapur News/Image Source: IBC24
अंबिकापुर : Ambikapur News: सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र में विगत एक सप्ताह पूर्व ट्यूशन जाने के लिए बाइक लेकर निकला कक्षा 10वीं में पढ़ने वाला 15 वर्षीय छात्र लापता हो गया था। चार घंटे बाद छात्र ने परिजनों को कॉल कर यह जानकारी दी कि उसे जशपुर जिले के चिकनीपानी जंगल में अज्ञात पांच से अधिक लोगों ने बाइक सहित पिकअप वाहन में जबरन बैठाकर अपहरण कर लिया है। इस सूचना के आधार पर सीतापुर पुलिस ने छात्र एवं परिजनों की रिपोर्ट पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए प्रथम दृष्टया अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण और लूट की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की थी।
Ambikapur News: घटना की गंभीरता को देखते हुए सरगुजा एसएसपी राजेश अग्रवाल ने तीन विशेष पुलिस टीमों का गठन किया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में पाया गया कि जिस पिकअप वाहन का उल्लेख छात्र ने किया था वह वाहन पुणे का पंजीकृत था और उसका चालक अंबिकापुर-सीतापुर होते हुए ओडिशा जा रहा था। उसकी मोबाइल लोकेशन में भी कहीं रुकने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। जब छात्र से पुनः पूछताछ की गई तो उसके बयान बार-बार बदलते रहे। इससे पुलिस को संदेह हुआ जिसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर छात्र ने स्वीकार किया कि उसने झूठी कहानी गढ़ी थी। छात्र ने पुलिस को बताया कि उसे मोबाइल पर एक अज्ञात कॉल आया था, जिसमें 64 लाख रुपये की लॉटरी जीतने का दावा किया गया था। उसे उक्त रकम लेने के लिए धर्मजयगढ़ बुलाया गया। जब वह वहां पहुंचा तो कॉलर का मोबाइल बंद मिला, जिससे उसे ठगी का एहसास हुआ। डर के कारण उसने परिजनों की डांट से बचने के लिए झूठा अपहरण और लूट की कहानी बना दी।
Ambikapur News: सीतापुर SDOP राजेंद्र मंडावी ने IBC24 को बताया कि छात्र की निशानदेही पर उसका स्कूल बैग और बाइक बरामद कर लिए गए हैं। चूंकि छात्र नाबालिग है, इसलिए उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोर्ट में इस्तगासा प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने जनता से अपील की कि कोई भी व्यक्ति यदि वास्तव में किसी अपराध का शिकार हुआ है तो ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराए। झूठी रिपोर्ट दर्ज करने से समाज में भ्रम फैलता है और पुलिस संसाधनों का दुरुपयोग होता है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि किस प्रकार एक नाबालिग छात्र फर्जी लॉटरी के झांसे में आकर ट्यूशन जाने के बहाने घर से निकलकर झूठी अपहरण की कहानी गढ़ बैठा। जब सच्चाई सामने आई, तो छात्र पुलिस के सामने आंख मिलाने की हिम्मत भी नहीं कर सका। आपसे भी अनुरोध है कि सतर्क और जागरूक रहें और किसी भी प्रकार की झूठी सूचना या रिपोर्ट से बचें।