रायपुर: Chhattisgarh Politics क्या बीजेपी विपक्षी दलों के नेताओं पर दबाव डालकर उन्हें अपने पाले में ला रही है। क्या कांग्रेस में नेता घुटन मससूस कर रहे हैं, क्या अब कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मानते हैं कि कांग्रेस डूबता जहाज है। ये सारे सवाल उठ रहे हैं हाल कि दिनों में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाते नेताओं की लंबी होती लिस्ट देखकर। 2024 आम चुनाव के इतने करीब दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के पार्टी छोड़ने की आखिर क्या वजह है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बड़ा बयान दिया है। जवाब में बीजेपी ने अपना घर संभालने की नसीहत दी है। तो क्या है असल वजह, इस वक्त तेजी से पाला बदलकर बीजेपी में जाते नेताओं की।
Chhattisgarh Politics लोकसभा चुनाव 2024 के पहले कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं के अपनी पार्टी से नाता तोड़, बीजेपी में प्रवेश की होड़ सी लगी है। राष्ट्रीय से लेकर स्थानीय स्तर तक के नेता-कार्यकर्ता, बीजेपी में प्रवेश कर रहे हैं, बीते 3-4 दिनों से जैसे ही पूर्व CM कमलनाथ के बीजेपी में जाने की बात चली तो देशभर के कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया आई। आखिर दिग्गज कांग्रेसी तक पार्टी छोड़ क्यों रहे हैं, इस सवाल पर PCC चीफ दीपक बैज ने बड़ा बयान देते हुए कहा बीजेपी नेतृत्व कांग्रेस पदाधिकारियों पर चौतरफा दबाव बना रहा है। कहीं कार्रवाई का डर, कहीं लालच तो कहीं दबाव प्रदेश पदाधिकारियों को लगातार बीजेपी नेता फोन कर बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दे रहे हैं। बैज का दावा है बीजेपी विपक्ष की आवाज को पूरी तरफ खत्म कर देना चाहती है।
डिप्टी सीएम अरूण साव ने दो टूक कहा हैं कि भाजपा को ऐसे कार्य करने की जरूरत नहीं है… लोग स्वत: ही भाजपा से जुड़ना चाह रहे है । अपना घर और अपनों को संभालने की बजाए कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी कर रही है
दस्तूर-ए-दलबदल नया नहीं है लेकिन दुनिया के सबसे पुराने दल को छोड़ नेताओं का यूं बीजेपी में जाना। गंभीर सवाल उठाता है। सवाल है सालों-साल पहचान बन चुके पार्टी नेताओं का हाथ का साथ छोड़ बीजेपी में जाना। नेताओं का निजी स्वार्थ है, उनका कांग्रेस में घुटन महसूस करना है, कांग्रेस में घटती सियासी संभावना है या फिर बीजेपी का लाभ-लोभ और दबाव का खेल?