CG Tribal Politics | Photo Credit: IBC24
रायपुर: CG Tribal Politics आदिवासियों का दुश्मन कौन? कांग्रेसी नेता विक्रांत भूरिया के मुताबिक प्रदेश में आदिवासियों का कथित विनाश हो रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं, मैनपाट में बीजेपी सरकार की बैठकों को कॉरपोरेट की खुशामद बताया, पर इन आरोपों की असलियत क्या है, वाकई कांग्रेस के पास इसके पीछे कोई तथ्य या साक्ष्य हैं या फिर ये महज लफ्जों की बाजीगरी है, जुमलों का जलवा है। सवाल ये भी है कि बीजेपी के पास इन आरोपों का क्या जवाब है?
CG Tribal Politics आदिवासी बाहुल राज्य छत्तीसगढ़ में सत्ता के गलियारे में सबसे बड़ा आदिवासी हितैषी कौन ये बहस अक्सर छिड़ी रहती है, लेकिन कौन है जो इस वर्ग से दुश्मनी निभा रहा है। सवाल इसे लेकर उठाए जा रहे हैं। प्रदेश प्रवास पर आए आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने राज्य की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, देश में आदिवासियों का सबसे ज्यादा शोषण अगर कहीं हो रहा है तो वो छत्तीसगढ़ है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि आदिवासियों का विनाश देखना है तो छत्तीसगढ़ आ जाएं। आरोप ये भी है कि बीजेपी को अपनी पार्टी और पदों पर रबर स्टैंप आदिवासी चाहिए।
जाहिर है, आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री वाले प्रदेश में इन गंभीर आरोपों पर घमासान होना तय है, आरोपों को खारिज करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री और भाजपा के नेता भूरिया को मानसिक रूप से विचलित बता रहे हैं। बीजेपी ने विक्रांत भूरिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
तीखे शब्दों में सियासी वार-पलटवार से इतर, छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के सामने सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि विकास की दुहाई देकर डबल इंजन सरकार जिस तरह से खनिज संपदा, और वन संपदा का दोहन तय कर रही है, उससे आदिवासियों का कितना और क्या हित है? सवाल ये भी है कि विपक्ष में रहकर कांग्रेस जिन-जिन मुद्दों पर विरोध की मुठ्ठियां ताने है, क्या सत्ता में रहकर उन पर अमल करती है?